सब कुछ ठीक रहा तो अगले महीने भाजपा के तीन से चार दर्जन जिलाध्यक्ष बदल जाएंगे । प्रदेश संगठन इन दिनों इसी कवायद में जुटा है। हटाए जाने वाले तमाम नाम चिन्हित हो चुके हैं। जिन जिला और महानगर अध्यक्षों को बदलने की तैयारी है, उनकी संख्या 40 से 50 तक हो सकती है। मिशन-2024 के लिए भाजपा सरकार और संगठन के स्तर पर चीजें दुरुस्त करने में जुटी है। भाजपा के कई जिला और महानगर अध्यक्षों को पार्टी ने येन केन प्रकारेण दूसरा कार्यकाल दे दिया। जब हटने की बारी आई तो पहले निकाय चुनावों ने कई महीने गाड़ी खींच दी। फिर नंबर आया तो मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर महीने भर के महाजनसंपर्क अभियान नेअभयदान दिलवा दिया। लंबेसमय सेपदों पर जमेइन जिलाध्यक्षों को हटानेकी कवायद एक बार फिर तेज हो गई है। दरअसल, भाजपा के प्रदेश में 98 संगठनात्मक जिले हैं,बदले जाने वाले अध्यक्षों की सूची में कई श्रेणियों के नाम शामिल हैं। पहले वे हैं जो लंबे समय से जमे हैं। दूसरे वे जिनका कार्यकाल तो पहला ही है लेकिन उनकी शिकायतें बहुत अधिक हैं। तीसरे वे जो अध्यक्ष के साथ ही एमएलसी भी बन चुके हैं। इनमें अलीगढ़ के जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह, लखनऊ के मुकेश शर्मा, कानपुर देहात के अविनाश चौहान, वाराणसी के हंसराज विश्वकर्मा आदि शामिल हैं।