राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ से संबद्ध एटा, कासगंज, हाथरस और अलीगढ़ के महाविद्यालयों में पढ़ने वाले स्नातक के छात्र को तीसरे साल में लघु शोध परियोजना पूरी करनी होगी। स्नातकोत्तर के छात्र पर चौथे और पांच साल में शोध परियोजना पूर्ण करने की जिम्मेदारी होगी।शोध परियोजना का शीर्षक मार्ग निर्देशक साल के शुरू में ही तय कर देगा। अगर छात्रों की संख्या ज्यादा है तो चार से छह विद्यार्थियों के समूह बनाकर सामूहिक रूप से शोध परियोजना जमा की जाएगी। स्नातक स्तर पर महाविद्यालय द्वारा परियोजना के लिए दो में से एक मुख्य विषय का चयन, छात्र संख्या के अनुपात में एक समान रूप से किया जाना चाहिए। प्रत्येक समूह, शोध प्रबंध की दो कॉपी वर्ष के अंत में विभाग में जमा करेगा। सामूहिक रूप से जमा की गई यह शोध परियोजना 40-50 पृष्ठों की होगी। परियोजना के अंक तो अंकित होंगे, लेकिन उन्हें सीजीपीए की गणना में शामिल नहीं किया जाएगा। स्नातक शोध सहित चौथे वर्ष और स्नातकोत्तर पंचम वर्ष की शोध परियोजना के आठ क्रेडिट्स व ग्रेड सीजीपीए की गणना में शामिल किए जाएंगे। विवि राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रकोष्ठ के अनुसार, तीसरे, चौथे और पांचवें साल में शोध परियोजना पूर्ण करना अनिवार्य है। इसे पूरा किए बिना विश्वविद्यालय द्वारा आगामी वर्ष में कक्षोन्नति नहीं की जाएगी।