लोकसभा चुनाव को लेकर चल रहे विपक्षी एकता के प्रयासों के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती की ओर से कांग्रेस के करीब जाने के संकेत मिलने लगे हैं। बुधवार को बसपा के प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई प्रदेश, जिला व मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में मायावती का कांग्रेस के प्रति नरम रुख दिखा।पिछली तमाम बैठकों से इतर बसपा सुप्रीमो कांग्रेस पर मौन रहीं और सिर्फ भाजपा और सपा पर ही निशाना साधा। हालांकि, लोकसभा चुनाव को लेकर किसी भी तरह के गठबंधन की सीधी घोषणा से उन्होंने परहेज किया और कार्यकर्ताओं को बदलते राजनीतिक हालात व उससे निपटने के लिए विपक्षी दलों की साझा रणनीति पर पैनी नजर रखने की हिदायत दी।संभावना जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान ही बसपा और कांग्रेस साझा रणनीति तय कर सकते हैं। पदाधिकारियों की बैठक में मायावती ने लोकसभा चुनाव के समय से पहले होने की आशंका जताते हुए चुनाव से पहले ही पदाधिकारियों को सभी तैयारियां कर लेने का निर्देश दिया। इसी को देखते हुए बूथ कमेटियों के गठन के लिए पूर्व में तय की गई 30 अगस्त तक की मियाद को अब 30 जुलाई किया गया है।बसपा प्रमुख ने मंडल व जिलावार समीक्षा कर पिछले छह माह की बैठकों में दिए गए दिशा-निर्देशों पर हुए जमीनी अमल की जानकारी ली और लोकसभा चुनाव की तैयारियों में कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से जुट जाने का निर्देश दिया।