स्वच्छता अभियान का सच आ रहा सामने
सिरौलीगौसपुर, बाराबंकी। इन दिनों मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। जिसकी मुख्य वजह अगर वास्तव में देखी जाए तो मौसम में परिवर्तन के साथ-साथ बहुत कुछ स्वच्छता अभियान पर जिम्मेदारों की हीलाहवाली के चलते स्थलीय सच कागजी दावों के बिलकुल उलट है।
बताते चलें कि बदलते मौसम में तापमान मे ंआ रहे बड़े परिवर्तन नेे लोगों का इम्नू सिस्टम बिगाड़कर रख दिया है। जिससे अस्पतालों में सर्दी जुखाम बुखार एवं चर्म रोगों के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है।
सोमवार को संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर की ओपीडी मरीजों से खचाखच भरी हुई थी। जिसमें अधिकांश मरीज सर्दी जुखाम बुखार से पीड़ित देखे गए। तमाम बच्चे जहां जुखाम बुखार एवं खांसी से पीड़ित थे तो वहीं बड़ी उम्र के लोग बुजुर्ग महिला पुरुष भी इन मौसमी बीमारियों से पीड़ित इलाज कराने पहुंचे। डाक्टरों ने बताया कि इस समय मौसम बदल रहा है जिससे सर्दी जुखाम बुखार के मरीजों में इजाफा हो गया है । बरसात के इस मौसम में तमाम संक्रामक बीमारियां भी इस समय गन्दी एवं जल जमाव के कारण जन्म लेती है। लोगों को सावधानी के साथ ही साफ सफाई पर ध्यान देना चाहिए। जिससे इन बीमारियो से बचा जा सके। ग्राम चैला निवासी बुजुर्ग महिला रामकुमारी अपने पोता पोती को लेकर इलाज कराने पहुंची। उन्होंने ने बताया कि बच्चे कई दिनों से जुखाम बुखार से पीड़ित हैं। इसी प्रकार किन्तूर निवासी बब्बू का करीब एक वर्षीय पुत्र सर्दी जुखाम बुखार एवं खांसी से पीड़ित था जिसके इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे।
इस सम्बन्ध में सीएचसी अधीक्षक डाक्टर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इस समय सर्दी जुखाम बुखार एवं चर्म रोगों के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सामान्य दिनों में ओपीडी में दो तीन सौ मरीज आते हैं। इस समय यह संख्या बढ़कर पांच छः सौ तक पहुंच गई है।