दूबेपुर ब्लाक :: छेत्र के मौजा भाँई में मौलाना रज़ा हैदर ने कहा की यज़ीद इस्लाम का ही नही बल्कि पूरी इंसानियत का दुश्मन था इसी लिए आज यज़ीद को सिर्फ मुसलमान ही नही बल्कि पूरी दुनिया के सारे ओ इंसान जिनके अंदर इंसानियत (मानवता) बाकी है हर ओ इंसान यज़ीद को बुरा कहता है अब आप ही बताइये की जिसको सारी दुनिया बुरा कहे वो यज़ीद है और जिसके नाम पर दुनिया अपनी सारी दौलत व घरबार यहाँ तक की अपनी सबसे प्यारी औलाद तक कुर्बान कर दे उस महान शख्सीयत को इमामे हुसैन आ0 स0 कहतें हैं और मौलाना ने जनाबे अलीअसगर का मसायब पढ़ा की जब सब के सब शहीद हो गये तो इमाम हुसैन ने मदद के लिये पुकारा की है कोई जो मेरी नुशरत यानी मदद करने आये तो इस आवाज़ को सुनकर जनाबे अली असगर ने अपने को झूले से गिरा दिया और अपनी ज़बानें बे ज़ुबानी से इमाम को लबबैक कहा इमाम समझ गए और अली असगर को लेकर मैदाने कर्बला में आये और यज़ीदियों से कहा की अगर तुम्हारे नज़र में मैं कुसूरवार हूँ यानी गुनाहगार तो इस बच्चे ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है लेकिन ज़ालिमों ने जनाबे अली असगर को पानी के बदले गले पर तीर मार कर शहीद कर दिया
मजलिस में शिरकत करने वालों में पूर्व विधायक सफदर रज़ा मोहम्मद। हनीफ़ ख़ाँन मोहम्मद कैशर फ़ौज़ी एहशान हुसैन खाँन नायब हुसैन खाँन अफ़ज़ल हुसैन मोहशिन हुसैन मज़ाहिर हुसैन और सैकड़ों अज़ादारे हुसैन मौजूद रहे