बाराबंकी- शारदीय नवरात्रि में मां ज्वाला देवी से लाई गई ज्योति मां वैष्णो देवी दरबार में विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद स्थापित की गई। तो वहीं जिले भर में माता के अनगिनत दरवारों में माता की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान से वेदोक्त मत्रों के साथ हुई। तो तमाम जागृत प्राचीन माता के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ ने माता शैल पुत्री की पूजा अराधना कर उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास किया।
बताते चले बीते कई वर्षों से आवास विकास कालोनी सेक्टर 5 बड़े पार्क में अनवरत सज रहा माता वैष्णव देवी का दरवार इस बार भी पूरी भव्यता से सजा। माता के समक्ष आलोकित होने वाली अखंड ज्योति माँ के अनन्य भक्तों के जत्थे ने इस बार भी सुदूर हिमांचल मां ज्वाला देवी शक्ति पीठ से लंबी यात्रा कर लाए।जिसकी विधि विधान से पूजा अर्चना कर माता के दरवार में कलश पूजा व अखंड ज्योति स्थापित करने के उपरांत प्रथम नवरात्रि माँ शैल पुत्री की पूजा अर्चना कर लोगो के लिए दरबार के कपाट खोल दिये गए। जहा पर प्रातः 7 बजे से दोपहर 12 बजे व शाम 5 से 12 बजे तक महा माई के दर्शन होंगे। इस बार दरबार मे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें 4 अक्टूबर को इलाहाबाद के प्रसिद्ध माइकल इलाहाबादी के द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
वही शहर के प्राचीन बड़ी माता मन्दिर, कानूूनगोयान स्थित माता छिन्नमस्ता मन्दिर, सरावगी स्थित छोटी माता मन्दिर, गोकुल नगर में सजे माता नव दुर्गा के दरवार में भी भक्तों की भारी भीड़ रही। गोकुल नगर में कई वर्षों से सज रहे माता के दरवार में जिले के सुप्रसिद्ध पुरोहित पंडित विमलेश महाराज के द्वारा विधिविधान से मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा, कलश पूजा के साथ माता का दरवार सजा तो दूर दूर से लोगों ने आकर दर्शन किये। यहां नौ दिन माता दुर्गा सप्तशती पाठ के बाद नवमी रात्रि भर हवन पूजन चलेगा। जबकि सप्तमी में रात्रि जागरण की बात आयोजक मंडल ने बताई है। आयोजन मंडल में गोकुल नगर दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष जगदीश कुमार मिश्र, उपाध्यक्ष जय पाठक, रमेश चंद्र पांडे, सचिव रविंद्र नाथ मिश्र, अनिल दुबे, कोषाध्यक्ष एस.पी तिवारी, संरक्षक राघवेंद्र सिंह, राकेश गर्ग, हरीश श्रीवास्तव (राजा भैया), संजय सिंह, तेजमणि मिश्रा, सुरेन्द्र नाथ मिश्रा, अम्बुज तिवारी, सोनू विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।