बाराबंकी- नगर की प्राचीन रामलीला में शबरी उद्धार, श्री राम हनुमान मिलन एवम बालि वध का सजीव मंचन आयोजित हुआ। लीला के प्रारंभ में ऋषि दुर्वासा के श्राप के कारण कबंध राक्षस बन गया जिसका श्री राम उद्धार करते है, तत्पश्चात शबरी के आश्रम पहुँच प्रभु राम ने शबरी की भक्ति स्वीकार करके नव प्रकार के भक्ति के मार्ग बताकर नवंधा भक्ति का सुंदर उपदेश देकर सीता जी का पता पूछने के लिए भेजा।
अगले दृश्य में प्रभु राम के पूछने पर सुग्रीव ने पर्वत पर रहने का कारण बताया कि भाई बालि के द्वारा सुग्रीव का सर्वस्व हरने के बाद अब वह पर्वत पर ही निवासित है, सुग्रीव के द्वारा बतायी गयी बाते सुनते ही श्रीराम बालि से सुग्रीव को युद्ध के लिए कहते है, और मित्रता धर्म निभाते हुए बालि का वध कर देते है। सफल मंचन देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी रही।
बालि के रूप में कार्तिक रस्तोगी एवम सुग्रीव के रूप में अर्श रस्तोगी ने भूमिका निभाई,लीला व्यास की मधुर वाणी में चैपाइयों के अनुसार लीला संपन्न कराई गई, इस दौरान अनिल अग्रवाल, रामलखन, शिवकुमार, विनय सिंह, रमेश कुरील, सुधीर जैन अमर सिंह, प्रशांत सिंह, कुणाल, करन आदि लोग मौजूद रहे।