यदि आप ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं तो ये खबर आपके लिए खास है. जी हां…रेलवे बोर्ड की ओर से एक ऐसा फैसला लिया गया है जो आपको राहत दे सकती है. बोर्ड ने अपनी खानपान और पर्यटन शाखा ‘आईआरसीटीसी’ को स्थानीय और क्षेत्रीय व्यंजनों के साथ-साथ मधुमेह रोगियों, शिशुओं और पौष्टिक आहार के इच्छुक लोगों के लिए उपयुक्त भोजन परोसने को कहा है. ‘आईआरसीटीसी’ को अपने ‘मेन्यू’ इस तरह के व्यंजन शामिल करने की छूट दी गयी है
क्यों लिया गया फैसला
रेलवे बोर्ड द्वारा भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड यानी आईआरसीटीसी को भेजे गये एक परिपत्र के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य ट्रेनों में खानपान सेवाओं में सुधार करना और यात्रियों को अधिक विकल्प देना है. इसके मुताबिक, ट्रेन में खानपान सेवाओं में सुधार के मद्देनजर आईआरसीटीसी के मेन्यू को अधिक लचीला बनाने का फैसला रेलवे की ओर से लिया गया है. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि क्षेत्रीय व्यंजनों, मौसमी व्यंजनों, त्योहार के दौरान की जरूरी वस्तुओं, मधुमेह रोगियों और शिशुओं के लिए भोजन को शामिल किया जा सके.
प्रीपेड’ ट्रेन में क्या
रेलवे बोर्ड द्वारा आईआरसीटीसी को भेजे गये एक परिपत्र में यह भी कहा गया कि ‘प्रीपेड’ ट्रेन के यात्रियों के लिए भोजन के तय शुल्क के मुताबिक बदलाव किया जा सकता है. ‘प्रीपेड’ ट्रेन के यात्री किराये में भोजन शुल्क शामिल होता है. यहां आपको बता दें कि राजधानी-शताब्दी ,दुरंतो जैसी ट्रेन के किराये में खान पान का पैसा जोड़ा हुआ रहता है.
नवरात्रि में यात्रियों को मिली थी ये सुविधा
यदि आपको याद हो तो नवरात्रि के दौरान ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक खुशखबरी आयी थी. दरअसल, IRCTC ने यात्रा के दौरान लोगों को नवरात्र स्पेशल खाना देने का फैसला किया था. रेल में यात्रा के दौरान यात्री अपना मनपसंद खाना आर्डर कर सीट पर शुद्ध-शाकाहारी भोजना मंगवा पा रहे थे. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन की इस घोषणा के बाद रेल यात्रियों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी.