चीन सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक बार फिर वायरस लोगों को डरा रहा है। कोविड-19 की ताजा लहर से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। जिसे देखते हुए भारत भी सतर्क हो गया है और कोविड के खिलाफ अपनी लड़ाई फिर से शुरू कर दी है। वहीं कई देश अपने नागरिकों को कोविड रोधी टीके की तीसरी और यहां तक कि चौथी एहतियाती (बूस्टर) खुराक दे रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में अभी चौथी खुराक की जरूरत नहीं है। उल्लेखनीय है कि कोविड के खिलाफ दोनों टीके लगवा चुके कई लोगों ने भी अब तक एक भी एहतियाती खुराक नहीं ली है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए एक ढांचागत और व्यवस्थित प्रतिक्रिया की जरूरत है। चीन में वृद्धि के बाद कोविड एक बार फिर रडार पर है और लोग भारत में संक्रमण की एक और लहर की आशंका को लेकर चिंतित है। ऐसे में क्या सरकार को दो टीकों की सुरक्षा में वृद्धि के लिये दूसरी एहतियाती खुराक की अनुमति देनी चाहिए इस पर कुछ वैज्ञानिक जमीनी स्तर पर हालात परखने का आह्वान करते हैं।