मुकेश अंबानी 20 साल पहले रिलायंस के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बने थे। रिलायंस की कमान संभालते ही सफलता के झंडे गाड़ने का जो सिलसिला शुरु हुआ वह आज तक जारी है।आज धीरूभाई की 90वीं जयंती भी है। मुकेश अंबानी की अगुवाई में, पिछले दो दशकों में कंपनी ने राजस्व लाभ के साथ-साथ बाजार पूंजीकरण में लगातार दो अंकों की वृद्धि दर हासिल की है। इस दौरान कंपनी का बाजार पूंजीकरण 42 गुना बढ़ा तो लाभ में करीब 20 गुना की वृद्धि हुई है।मुकेश अंबानी केवल रिलायंस की कायापलट के ही नायक नही हैं, उनके नेतृत्व में यानी पिछले 20 वर्षों के दौरान निवेशकों पर भी खूब नोट बरसे। 87 हजार करोड़ प्रति वर्ष की दर से निवेशकों की झोली में 17.4 लाख करोड़ रुपये आए। इस बीच दुनिया भर की बड़ी से बड़ी कंपनियों का निवेश रिलायंस को मिला। फेसबुक, गूगल और बीपी जैसी भारी भरकम कंपनियों ने रिलायंस के दरवाजे पर लाइन लगा ली। देश की सबसे बड़ी कंपनी की सफलता की कहानी के कई महत्वपूर्ण अध्याय मुकेश अंबानी ने अपने हाथों से लिखे हैं। तेल से शुरु कर कंपनी ने दूरसंचार और रिटेल में कई मुकाम हासिल किए हैं। मुकेश अंबानी ने ही सबसे पहले डेटा को ‘न्यू-ऑयल’ कहा था। आज इंटरनेट डेटा आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी को बदलने में अहम योगदान दे रहा है।