राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गौ संवर्धन गतिविधि के ब्रज प्रांत प्रमुख रमाकांत की बैठक में गौ संवर्धन के लिए गौ उत्पाद और गोवंश की समस्याओं पर चर्चा हुई। फिनाइल के स्थान पर गोनाइल, श्मशान में अग्निदाह, होलिका दहन में वृक्षों की लकड़ी के स्थान पर गाय के गोबर के बने कंडे या लट्ठे उपयोग करें।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारकापुरी स्थित कार्यालय पर गौ संवर्धन गतिविधि के ब्रज प्रांत प्रमुख रमाकांत की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में गौ संवर्धन के लिए गौ उत्पाद और गोवंश की समस्याओं पर चर्चा हुई।ब्रज प्रांत प्रमुख रमाकांत ने गौ संवर्धन हेतु फिनाइल के स्थान पर गोनाइल व अन्य गौ उत्पाद के निर्माण एवं विक्रय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि श्मशान में अग्निदाह, होलिका दहन में वृक्षों की लकड़ी के स्थान पर गाय के गोबर के बने कंडे या गोबर से बने लट्ठे के उपयोग करने का प्रचार-प्रसार किया जाय, जिससे पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ गौशालाओं का संवर्धन भी होगा। कार्यकर्ताओं ने ब्रज प्रांत गौ संवर्धन प्रमुख से आग्रह किया कि वह शासन से निर्देश जारी कराएं कि जिला प्रशासन गौ सेवा समिति की बैठक नियमित हो तथा प्रदेश की गोचर भूमियों को अवैध कब्जा से मुक्त करा कर निकटवर्ती गोवंश अस्थाई आश्रय स्थल या गौशाला को दिलवाई जाएं। जहां चारा उगा कर गोवंश का अधिक से अधिक संवर्धन हो सके। बैठक का संचालन महानगर प्रमुख जुबिन ने किया। बैठक में राकेश रामसन, कृष्णा गुप्ता, लक्ष्मी नारायण लच्छो, स्वयंभू सिद्धार्थ, मयंक गोयल, दुष्यंत, देवेंद्र हनुमान, नन्द प्रकाश नवमान, प्रकाश आदि उपस्थित थे।