योगी व मोदी की रामराज्य सरकार में लखनऊ से देवॉ मजार तक सिटी बस सेवा, लेकिन हैदरगढ़-बाराबंकी बंद क्यों
(संजय वर्मा ‘‘पंकज’’)
बाराबंकी। हिन्दुत्व व सनातन के नामपर सत्ता की मलाई चाट रही योगी व मोदी सरकार में हिन्दुत्व के तमाम मुद्दे दरकिनार है। फिर क्या कंगना रनावत क्या साध्वी प्रज्ञा और क्या पश्चिम बंगाल में सनातनियों के साथ जारी दुराग्रह सब पर खमोशी व तटस्थता जहां भाजपा की नीयत बेपर्दा कर रही है। वही यूपी की राजधानी से सटे तमाम शिव तीर्थ क्षेत्रों की उपनगरीय बस सेवा संचालन ठप है। जबकि देवॉ मजार के लिए हर आधे घंटे पर उपनगरीय इलेक्ट्रिक बसों की सेवा सनातनियों को रामराज्य कि आयना दिखाते हुए चिढ़ा रहीं है।
मामले को लेकर जब परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह के मोबाइल नंबर पर बात किया गया तो उनके सचिव ने बताया कि उक्त सेवा नगर विकास मंत्रालय के अधीन हैं जिनके सीयूजी नंबर का रिकॉर्ड आनलाइन सुलभ ना होना ही यह बताने के लिए काफी नजर आया कि सरकार की मंशा ही लोकतांत्रिक व्यवस्था के पूरी तरह खिलाफ हैं। वैसे यह अलोकतांत्रिक होने वाला तथ्य तो जौनपुर में पत्रकार के प्रश्न पर देख लेने की धमकी देते खेलमंत्री गिरीश यादव जी नजर आए।
वैसे बता दें कि भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महासचिव राम बाबू द्विवेदी ने महादेव के प्रसिद्ध तीर्थ महादेवा तक के लिए बस सेवा व स्टैंड की मांग की थी जिसपर आश्वासन भी परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने दिया था। वहीं हैदरगढ स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर तक के लिए व बस सेवा व बाराबंकी तक के लिए सिटी बस सेवा जो समाजवादी सरकार में चालू थी, भाजपा सरकार आते ही निजी बस संचालकों के इशारे पर बंद हो गई। जिसको लेकर तमाम छात्र-छात्राओं के साथ बड़ी संख्या में आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन परिवहन माफियों के हितार्थ आमजन परेशान है।