मसौली, बाराबंकी। क्षेत्र के पौराणिक निद्धेश्वर शिव मंदिर में करीब तीन दशको से कजली तीज पर्व पर पारम्परिक रूप से शिव पार्वती विवाह उत्सव के रूप मनाया जाता रहा है। बुधवार को भी भव्य शिव बारात के विहंगम दृश्य वह अविरल छटा बिखेरती झाकियो को देखकर ग्रामवासी अभिभूत हो गए।
नीलकंठेश्वर भगवान शिव की बारात बाराती नाना प्रकार की वेशभूषा से सुसज्जित होकर बारात में ऐसे चल रहे थे। जैसे भगवान शिव कैलाश पर्वत से सजधज कर अपने गणो के साथ बारात लेकर हिमाचलनगरी की ओर चल दिए हो ! शिव बारात में अनेक प्रकार की सजी मनोहर झांकियां व नाना प्रकार की रत्नों जड़ित वेशभूषा में सजे हाथी ऊंट व रथों पर विराजमान ब्रम्हा बिष्णु नारद मुनि व अन्य देवता आकर्षण के केंद्र के रूप में बारात में शामिल होकर शोभा बढ़ा रहे थे। नंदी भैरव बंदर भूत पिशाच भालू की वेशभूषा में शामिल होकर शिवगण बरातियों का भरपूर मनोरंजन कर रहे थे।
शिव बारात के अगुवाई कर रहे प्रधान प्रतिनिधि अजय वर्मा, कमला कान्त गुप्ता समाजसेवी अमित गुप्ता, सन्त प्रसाद यादव ग्रामीणों ने हजारों की संख्या में शामिल होकर निद्धेश्वर शिव मंदिर से शिव बरात लेकर कस्बा होते हुए क्षेत्र के रानीगंज गांव में बने बाबा मन्ना दास राम जानकी मंदिर पहुंची जहां पर बारात की अगवानी ग्रामीणों ने की। उसके बाद बारात गाजे बाजे के साथ परम्परागत तरीके से बारात रानीगंज से चलकर रानीगंज बदोसराय मार्ग स्थित शिव मन्दिर पहुंची जहाँ उस्मान सिद्दीकी, मोहम्मद रफीक ने शिव बारात का स्वागत कर प्रसाद वितरण कराया। बारात आगे चलकर चिलौकी गांव स्थित पौराणिक शिव मंदिर पहुंची बड़े ही हर्षोल्लास के साथ चिलौकी ग्राम प्रधान सोमनाथ राजपूत व ग्रामीणों की अगुवाई में बारात की अगवानी की उसके बाद विधि विधान से भगवान शंकर का पूजन अर्चना करके बारातियों का बड़ी निष्टा व आदर भाव के साथ शानदार स्वागत किया।
पार्वती विवाह की अगुवाई करते हुए ग्राम प्रधान सोमनाथ राजपूत, जटाशंकर गुप्ता व ग्रामीणों की ओर से बारातियों व मेहमानों के लिए भोजन का उत्तम प्रबन्ध किया। बारातियों ने भण्डारे में बनी पूड़ी सब्जी खीर बर्फी स्वादिष्ट व्यंजनों का प्रसाद के रूप में लुत्फ उठाते हुए वैदिक मंत्रों के साथ शिव पार्वती का विवाह संपन्न हुआ ।