निंदूरा, बाराबंकी। बहराइच के बाद भेड़िए का खौफ जनपद में भी सर चढ़ कर बोल रहा है। जहां बुधवार रात्रि रामसनेहीघाट के मेडुहा गांव में बकरी को जंगली ने निवाला बनाया। तो वहीं शुक्रवार सुबह तड़के जंगली जानवरों ने अलग अलग क्षेत्रों में हमला कर महिला सहित तीन लोगों को जख्मीं कर दिया। हमले में घायल लोग बदहवासी में जानवरों को भेड़िया तो कुछ सियार बता रहे हैं।घायलों में एक की हालत खराब देख चिकित्सकों ने लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया है।
जानकारी अनुसार घुंघटेर थाना क्षेत्र के छिलगवां निवासी शिव कुमार गौतम शुक्रवार भोर करीब चार बजे जब अपने मवेशियों को चारा पानी देने के लिए जागे और नाद पर जानवरों को बांधने जा रहे थे तभी अचानक से एक जंगली जानवर आया और उसके चेहरे पर हमला कर दिया। जिससे वह चिल्लाया तो उसकी पत्नी आ गई।जंगली जानवरों उसे छोड़ उसकी पत्नी पर झपट पड़ा और उसके पैर में नोच लिया।जिसके बाद गाय के भी पैर में नोच लिया।आवाज सुनकर गांव के लोग भी लाठी डंडे व टार्च लेकर आ गए। इससे पहले की लोग पहुंचते जानवर जंगल की तरफ भाग निकला।शिव कुमार ने बताया कि अंधेरा होने के चलते भेड़िया है या सियार इसकी जानकारी नहीं हो पाई।
इससे पहले गुरुवार रात्रि में गांव के ही आफताब 15 वर्ष को एक जंगली जानवर ने पैर में नोच लिया था। परिजनों ने बताया कि अफताब रात्रि करीब आठ बजे घर के बाहर लघुशंका के लिए गया था। जहां पर उसे एक जंगली जानवर ने नोच लिया। रात्रि होने के चलते समझ नहीं सका कि कौन जानवर था।
सीएचसी घुंघटेर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरपी वर्मा ने बताया कि सुबह जंगली जानवर के काटने का एक मरीज आया था।जिसे जानवर ने मुंह के पास काटा था। इसलिए उसे एंटी रैबीज लगाने के बाद लखनऊ रेफर कर दिया गया है।
वहीं मामले में वन रेंजर देवा मयंक सिंह ने बताया कि मामला जानकारी में नहीं है। गांव को टीम भेजकर पता करते हैं।