त्वरित की जगह लेट लतीफ सेवा में तब्दील एम्बुलेंस सेवा मे मरीजों के साथ हो रहा दुर्व्यवहार
-लेट आने पर एतराज पर अभद्रता के साथ बीच रास्ते में उतारा नवजात को
(गुलशन कुमार यादव)
त्रिलोकपुर, बाराबंकी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिलोकपुर में चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण सेवा उत्तर प्रदेश 108 एम्बुलेंस देर से आने व चालक व परिचालक पर बंदसूलुकी का परिजनों ने आरोप लगाया है।
बताते चलें कि तहसील रामनगर के प्राथमिक स्वास्थ्य के त्रिलोकपुर में नवजात शिशु का जन्म पर नवजात शिशु ना रोने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तैनात शिवकुमारी एएनएम ने जिला मुख्यालय के लिए रेफर कर दिया तभी पीड़ित ने एम्बुलेंस 108 की मदद से जिला मुख्यालय ले जाने के लिए गाड़ी के लिए सूचना दी।
पीड़िता सुशीला देवी के छोटे देवर आशीष कुमार ने बताया कि हमारी भाभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में एडमिट थी जहाँ एएनएम शिवकुमारी के द्वारा कुशल बच्चे का जन्म कराया था बच्चों के ना रोने पर शिवकुमारी एएनएम के द्वारा बच्चों को जिला मुख्यालय रेफर कर दिया। एम्बुलेंस 108 के चालक व परिचालक देर से गाड़ी अस्पताल के पास लाने पर एतराज करने पर भड़क उठे। हद तो ये हुई कि देरी पर शर्मिंदा होने के बजाए चालक-परिचालक मरीज के तीमारदारों को खरी खोटी व अपशब्द सुनाने लगे।
गाड़ी चालक यही बन्द नही हुआ एक किलोमीटर के बाद एम्बुलेंस खड़ी कर दी और फिर एम्बुलेंस गाड़ी का एक्सल टूट जाने का बहाना किया। जिसके बाद करीब 30 मिनट बाद पुन दूसरी एम्बुलेंस आने पर बच्चे व महिला को दूसरी गाड़ी में शिफ्ट किया तो नवजात शिशुओं को जिला मुख्यालय पहुंचाया। जिसमें एक्सेल टूटने का बहाना कर मरीज को रास्ते में ही उतारने वाली एम्बुलेंस दूसरी एम्बुलेंस के निकलते ही बिना मरम्मत पीएचसी बड़ागांव वापस लैट गई।
जिससे यह समझा जा सकता है कि इलाज में देरी से मौत तक की संभावनाओं पर त्वरित सेवाओं के नाम पर स्वास्थ्य विभाग में क्या कुछ खेल चल लहा है। जिसका बड़ा कारण विभागीय भ्रष्टाचार है। ऐसे में परिजनों के गांव के ग्राम प्रधान राहुल व आशीष ने आरोप लगाते हुए कहा है कि चालक की चालबाजी की गई थी।