सिरौलीगौसपुर, बाराबंकी। राजकीय इन्टर काॅलेज सिरौलीगौसपुर की एक दर्जन छात्राएं सोमवार को अत्यधिक गर्मी के चलते विद्यालय में बीमार पड़ गईं जिसमें से आधा दर्जन के बमहोश हो सुधबुध खो देने पर उन्हें सिरौलीगौसपुर स्थित 100 बेड वाले चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जिसकी सूचना से प्रशासन में जहां हड़कम्प मच गया वहीं शिक्षा विभाग भी विद्यालय में बेहतर सुविधाओं में टोटे को लेकर शिकायतों के घेरे में है। जिसमें लीपापोती के जारी हुए कार्यक्रम में मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक ने राजकीय विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे भी और बीमार हुई छात्राओं से भेंटकर दिक्कतों के बारे में जानकारी ली।
बताते चलें के कि ब्लॉक बंकी शिक्षा क्षेत्र के जहांगीराबाद स्थित एक निजी विद्यालय का छज्जा गिरने की बड़ी वारदात के बाद जनपद का शिक्षा विभाग लापरवाहियों व भ्रष्टाचार को लेकर संदेह के घेरे में आया तो साफगोई के प्रयास में तमाम निजी विद्यालयों को आनन फानन में नोटिस जारी कर मामले की लीपापोती में जुट गया। लेकिन सरकारी विद्यालयों में सरकार के भारी खर्च बावजूद सुविधाओं के टोटे की जिम्मेदारी से आदतन गफलत में ही रहा। जो सोमवार को सिरौलीगौसपुर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में एक दर्जन छात्राओं के बीमार पड़ने पर सामने आया। तो विभाग के हाथ पांव फूल गए।
प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे राजकीय इंटर कालेज पहुच कर जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी ने उन कक्षों का निरीक्षण किया जिन जिन कक्षाओं की छात्रायें बीमार पडी हुई थी।तथा छात्र छात्राओं से जानकारी ली।जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि स्कूल में तीन पंखे खिड़कियों में जाली लगवा दी गई है। जेनरेटर सही करवाया गया है। स्कूल की साफ सफाई करवा दी गई है।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बच्चों के क्लास में पंहुच कर छात्र छात्राओं से प्रश्नों के उत्तर पूंछ कर शिक्षा की गुणवत्ता परखी एंव प्रधानाचार्य अनंत यादव को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
प्रधानाचार्य अंनत यादव ने बताया कि विद्यालय में जनरेटर की व्यवस्था है। लाइट जाने पर जनरेटर चल दिया जाता है। जो पंखे धीरे चल रहे थे। उनके कंडेनसर बदलकर उनको दुरुस्त करवा दिया गया है। विद्यालय में बच्चों के लिए साफ पानी पीने के लिए आरओ वाटर कूलर लगा हुआ है। विद्यालय में नियमित रूप से साफ सफाई की जा रही हैं। लेकिन इन तमाम दावों की हवा एक दर्जन छात्राओं के बीमार पड़ने व आधा दर्जन के बेहोश होने की घटना तारतार कर रही हैं कि अगर जनरेटर चलता है और आरओ का ठण्डा पानी सुलभ होता तो ऐसा कैसे संभव था।