रामसनेहीघाट बाराबंकी। ग्राम धौरहरा मजरे कन्हवापुर विकास खंड सिद्धौर तहसील हैदरगढ़ जनपद बाराबंकी में जल जीवन मिशन के तहत गांव में पाइप लाइन डालने के लिए खड़ंजा इंटरलॉकिंग आर सी सी रोडो को मेघा कंपनी द्वारा तोड़ा गया। जिसे पूर्व की तरह बनने की भी जिम्मेदारी इसी कंपनी के लोगों को लेकिन ठेकेदारों द्वारा आर सी सी रोडों में बिना ईट की गिट्टी डाले व कुटाई पिटाई के ही मिट्टी पर ही एक से दो इंच मोटा गिट्टी मौरंग व सीमेंट का मानक विहीन मसाला बनाकर निर्माण शुरू किया गयाा।
जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन धर्मेंद्र गुट की ग्राम इकाई द्वारा 13 सितंबर को विकासखंड सिद्धौर में ज्ञापन दिया गया तथा 14 सितंबर से गांव में ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया जिसे लेकर 18 सितंबर को अधिशासी अभियंता विमल गिरी व मेगा कंपनी के कर्मचारी जांच करने मौके पर पहुंचे तो जांच में 115 मीटर तक की बिना ईट की गिट्टी डाले ही मानक विहीन रोड बनाने की पुष्टि हुई। जिसपर अपने सामने ही तुड़वाने का कार्य शुरू कराया और चले आए। जाते ही मेघा कंपनी के कर्मचारियों ने तोड़ना बंद कर दिया जिसकी शिकायत फोन पर की गई। तो 21 सितंबर को फिर अधिशासी अभियंता विमल गिरी व मेघा कंपनी की टीम मौके पर गई और फिर से तोड़ना शुरू किया।
वहीं अधिशासी अभियंता के जाने के बाद मात्र 5 मी तोड़ने के बाद कार्य बंद कर दिया और एलानिया धमकी दिया कि इसे नहीं तोड़ेंगे और तोड़ेंगे तो बनाएंगे नहीं। जिससे गांव के लोगों को आने-जाने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है अगर तत्काल मानक विहीन तोड़ी गई रोड का निर्माण कार्य चालू करते हुए मेघा कंपनी ठेकेदार व अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं कराई गई तो मजबूर होकर 30 सितंबर सोमवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जायेगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जांच अधिकारी व संबंधित विभाग की होगी।