सच्ची खबर प्रकाशित करना पत्रकार को पड़ा रामराज्य में महंगा पुलिस ने बिना राजपत्रित अधिकारी के जांच दर्ज कराए ही किया पत्रकार पर मुकदमा दर्ज सच की आवाज उठाने वाले पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं: अशोक तिवारी पुलिस की मानमानी से पत्रकार उग्र, प्रदेश के पत्रकारों में आक्रोश, जल्द होगा आन्दोलन
बाराबंकी- सिरौली गौसपुर क्षेत्र मे बीते दिनों कोतवाली बदोसरांय के चंद कदम की दूरी कमरुद्दीन उर्फ मासूक अली के घर पर लाखों की चोरी हुई थी जिसपर स्थानीय पत्रकार अनिल कनौजिया ने प्रमुखता से ख़बर प्रकाशित किया था। पीड़ित कमरुद्दीन ने बयान मे कहा था की चोरी होने के बाद मात्र उसी दिन पुलिस ने जांच पड़ताल की थी उसके बाद पूंछने तक नहीं आई। जिसपर पत्रकार अनिल कनौजिया ने निष्पक्षता पूर्ण खबर अपने चैनल में प्रकाशित कर दिया जिसका उच्च अधिकारियों ने संज्ञान ले लिया जिससे नाराज होकर बदोसरांय पुलिस ने हमेशा सच्चाई उजागर करने वाले पत्रकार अनिल कनौजिया के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया जो मीडिया जगत के लिए थानाध्यक्ष के द्वारा खुली चुनौती है कि जो सच दिखायेगा उसको ईनाम में मुकदमा मिलेगा। वहीं कोतवाली बदोसरांय में तैनात उप निरीक्षक विश्वनाथ सिंह ने लिखाया है। ने मुकदमा पंजीकृत कर पत्रकार के मान सम्मान को ठेस पहुंचाया जिससे पत्रकार समाज काफी नाराज हैं। उप निरीक्षक ने मुकदमें में बताया की स्थानीय थाने से कोई अपडेट नहीं लिया गया है जबकि पत्रकार ने रामनगर क्षेत्राधिकारी सौरभ श्रीवास्तव से वर्जन लिया था जिसपर क्षेत्राधिकारी ने जल्द खुलासा करने की बात कही थी।
इस संबंध में पत्रकार अनिल कनौजिया ने बताया पीड़ित के बयान के आधार पर खबर प्रकाशित किया है जो सच व निष्पक्ष है पत्रकार को डराने व पुलिस रौब दिखाने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है। उच्च अधिकारियों के पास जाऊंगा अगर मुकदमा नहीं वापस लिया तो आरपार की लड़ाई लड़ी जायेगी। वहीं ऐप्जा पत्रकार संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार तिवारी ने नाराजगी जताते हुए बताया कि यह तो सरासर मीडिया जगत का हनन है पत्रकार पर फर्जी तरीके से दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए। इस संबंध में हम लोग उच्च अधिकारियों से वार्तालाप करेंगे।