देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी एनटीपीसी में सम्मिलित होने के बाद ऊंचाहार परियोजना की तीन दशक की गौरव गाथा न केवल ऐतिहासिक दस्तावेज है बल्कि पुराने विद्युत ग्रह को नवीनीकृत करके आधुनिकतम तकनीक के प्रयोग से गुणवत्तापूर्ण सतत विद्युत उत्पादन करके अन्य विद्युत ग्रहों के लिए अत्यंत प्रेरणादायी गाथा है। उक्त विचार परियोजना के महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) गौतम कुमार जाना, एनटीपीसी ऊंचाहार ने स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में व्यक्त किए।
श्री जाना ने कहा कि 13 फरवरी 1992 को एनटीपीसी परिवार में शामिल होने के बाद ऊंचाहार परियोजना ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। विद्युत उत्पादन के साथ-साथ उत्कृष्ट कार्य-निष्पादन, पर्यावरण संरक्षण, राख-सदुपयोग, नैगम सामाजिक दायित्व एवं अन्य क्षेत्रों में नए-नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए एनटीपीसी कंपनी के श्रेष्ठतम विद्युत परियोजनाओं में अपना स्थान बनाने में कामयाब रही है।
समारोह में महाप्रबंधक ने एनटीपीसी का ध्वज फहराया तथा परियोजना के उत्थान में निरंतर योगदान देने वाले यूनियन व एसोसिएशन के प्रतिनिधियों तथा अन्य कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं। सभी ने मिलकर केक काटा तथा एक-दूसरे का मुंह मीठा किया। इसके साथ ही हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (अनुरक्षण) ए के त्रिपाठी, महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) स्वप्न कुमार मण्डल, महाप्रबंधक (ईंधन प्रबंधन) के डी यादव, महाप्रबंधक (एनटीपीसी सेफ्टी अकादमी व मानव संसाधन) ए के डैंग, महाप्रबंधक (प्रचालन) राजेश कुमार सहित प्रियदर्शिनी महिला क्लब की अध्यक्षा मनीषा समैयार सहित क्लब की अन्य वरिष्ठ सदस्याएं, एनटीपीसी के अन्य विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।
संवाददाता- एसपी सिंह