यह विचार व्यक्त करते हुए समाजवादी विचारक एवं लेखक श्री रवीन्द्र कुमार श्रीवास्तव “अंगारा ” ने कहा, उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात कांग्रेस के समय लगे आपातकाल से भी बद्तर हैं , मैंने अपने 71 वर्षों के इतिहास में यह कभी नहीं देखा कि नवजवान डिग्री लेकर सड़कों पर भटक रहा हो, संवैधानिक संस्थाओं पर सरकार ने पूर्णतया कब्जा कर लिया हो, निष्पक्ष न्याय न मिल रहा हो, देशवासियों के ऊपर इतने टैक्स ठोक दिये गये हो कि वह टैक्स के कर्ज के बोझ। से ही दब गया हों
श्री श्रीवास्तव अंगारा ने इतना ही नहीं कहा बल्कि उन्होंने प्रधानमंत्री के पद पर बैठा हुआ सम्मानित व्यक्ति को कभी खुले आम मंचों से झूठ बोलते हुए नहीं देखा था जैसा आज हों। रहा है , सत्ता बदलती थी पर कभी किसी कार्यकर्ता को चाहे वो किसी दल का रहा हो,बदलने की भावना से कार्य नहीं होता था , और न किसी भी जनता को फ्री सरकारी राशन। पर निर्भर होते देखा जैसा आज देश की जनता उसी पर निर्भर है,,,उसे इतना काहिल और मजबूर बना दिया जा रहा है कि वह सरकार के फ्री राशन पर ही निर्भर हो गया है, उसके विचारों उसकी सोच को सरकार ने मुट्ठी में कर लिया हो इसका कारण यह हुआ कि स्वच्छ लोकतंत्र और निष्पक्ष मताधिकार का अधिकार समाप्त हो गया और जनता। सरकार की कठपुतली भर बन कर रह गयी है सरकार ने जनता। को कैदी बना कर रख लिया है उसके अब कोई विचार और न सोच स्वतंत्र वह गये है जो एक निष्पक्ष लोकतंत्र को जीवित रखसकता हो
बेहद चिंताजनक। स्थिति से देश गुजर रहा है उसका कारण सिर्फ दमनकारी, निष्ठुर सरकार की तानाशाही रवैया है, लोकतंत्र विलुप्त हो रहा है संवैधानिक संसथाये अपना अपना कार्य निष्पक्ष रूप से नहीं कर पा रही हैं , देशवासियों में संविधान के प्रति, न्यायालय के प्रति और न सरकार के प्रति आस्था रह गयी है अतः श्रीवास्तव अंगारा ने देशवासियों से अपील की है कि 2024 के चुनावों में वर्तमान मौजूदा केंद्र की भाजपा सरकार को जो आर एस एस के एजेंडा पर चल रही हो ,उसे सत्ता से उखाड़ फेंकना ही बेहतर होगा