सुल्तानपुर- धनपतगंज के पिपरी सांईनाथपुर ग्राम पंचायत में पांच लाख रुपये से अधिक प्रधानमंत्री आवास की मजदूरी अधिकारियों-कर्मचारियों ने दूसरे के खाते में डालकर हड़प ली। साथ ही करीब 25 आवासों का लाभ अपात्रों को दे दिया। शिकायत पर जांच में पुष्टि के बाद डीएम ने दो और संविदा कर्मियों की संविदा समाप्त कर दी है। साथ ही आरोपी तत्कालीन बीडीओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा है।पिपरी सांईनाथपुर ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास की मजदूरी हड़पने व आवास का फायदा अपात्रों को दिए जाने के बड़े मामले का खुलासा हुआ है। गांव निवासी आशाराम दुबे की शिकायत पर डीएम की ओर से डीएसओ व एक तकनीकी अधिकारी से कराई गई जांच में गड़बड़ी की पोल खुली। डीसी मनरेगा के मुताबिक जांच में पाया गया है कि ग्राम पंचायत में पिछले वर्ष करीब 25 प्रधानमंत्री आवास अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपात्रों को दे दिया।इसके साथ ही करीब 46 प्रधानमंत्री आवास में मनरेगा से मिली 90 दिन की मजदूरी को अधिकारियों-कर्मचारियों ने लाभार्थियों को देने के बजाय दूसरे के बैंक खातों में डलवा दिया। दूसरे के बैंक खातों मजदूरी भेजवाते हुए अधिकारियों-कर्मचारियों ने करीब पांच लाख से अधिक धनराशि हड़प ली।शिकायत पर हुई जांच में गड़बड़ी मिलने पर एपीओ मृत्युंजय कुमार,अकाउंटेंट अमित गुप्ता,तकनीकी सहायक शिवकुमार,कंप्यूटर ऑपरेटर योगेश कुमार व रोजगार सेवक राधेश्याम व तत्कालीन खंड विकास अधिकारी संदीप सिंह आरोपी पाए गए हैं।रिपोर्ट मिलने पर डीएम ने दो और मनरेगा संविदा कर्मियों की संविदा समाप्त कर दी। इसमें तकनीकी सहायक योगेश कुमार,कंप्यूटर ऑपरेटर योगेश कुमार शामिल हैं। साथ ही डीएम रोजगार सेवक राधेश्याम की संविदा समाप्त करने का निर्देश ग्राम पंचायत को दिया है।इसके साथ ही डीएम जसजीत कौर ने आरोपी तत्कालीन खंड विकास अधिकारी संदीप सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा है। इसके पहले ही एपीओ मृत्युंजय कुमार व अकाउंटेंट अमित गुप्ता की संविदा समाप्त की जा चुकी है। डीसी मनरेगा अनवर शेख ने बताया कि डीएम ने चार मनरेगा संविदा कर्मियों की संविदा समाप्त की है। तत्कालीन बीडीओ के खिलाफ शासन को लिखा है। बताया कि करीब 46 आवास का 90 दिन मजदूरी का पैसा दूसरे के खाते में भेजा गया था। कार्रवाई से मनरेगा सेल में खलबली मची है।