जायस (अमेठी)। हटवा उपकेंद्र पर बुधवार को 11 हजार लाइन फाल्ट सही करते समय पोल से गिरकर दिहाड़ी श्रमिक की मौत के मामले में पावर कार्पोरेशन की लापरवाही सामने आ रही है। जिम्मेदार एक-दूसरे की गलती बताकर स्वयं को बचाने में जुटे हुए हैं।
बृहस्पतिवार को परिजनों को समझा-बुझाकर अंतिम संस्कार तो करा दिया गया, लेकिन 48 घंटे में सिर्फ कागजी कार्रवाई ही हो सकी है। अवर अभियंता की ओर से संविदा लाइनमैन समेत तीन के खिलाफ केस दर्ज कराने का पत्र भेजा गया है।जायस थाने के मौलवी खुर्द गांव निवासी सहदेव (27) को बुधवार को हटवा उपकेंद्र में एक संविदा लाइनमैन विद्युत फाल्ट सही कराने के लिए बुलाकर लाया था। उपकेंद्र पर सहदेव पोल पर चढ़कर फाल्ट सही कर रहा था कि अचानक आए करंट से वह पोल से गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद बृहस्पतिवार को शव घर पहुंचा तो आक्रोश बढ़ गया। हालांकि मान-मनौव्वल के बाद पुलिस ने किसी तरह अंतिम संस्कार करवा दिया। मामले में 48 घंटे से अधिक का समय बीतने के बावजूद न तो पावर कार्पोरेशन की ओर कोई कार्रवाई की गई और न ही परिवार को मदद दिलाई गई। सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर स्वयं को सुरक्षित करने में अफसर व कर्मी जुटे रहे। आर्थिक मदद नहीं मिलने से परिवार ठगा महसूस कर रहा है। परिजनों की करुण वेदना लोगों को गमगीन कर रही है। जेई महेश पांडेय ने बताया कि बाहरी व्यक्ति से उपकेंद्र पर फाल्ट सही कराने समेत अन्य बिन्दुओं की जांच की जा रही है। संविदा लाइनमैन इरसाद उर्फ मुन्ना सहित तीन की सेवा समाप्ति के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजने के साथ केस दर्ज कराने के लिए थाने में भी गया है। पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की मदद दिलाई जाएगी। सहदेव की मौत के बाद मां चंद्रकला व पत्नी लक्ष्मी का रो-रोकर हाल बेहाल है। सहदेव परिवार का एकलौता कमाने वाला सदस्य था। सहदेव की मौत के बाद परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। चंद्रकला ने बताया कि सहदेव मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाता था। दूसरा छोटा बेटा महावीर की मानसिक मनोदशा ठीक नही रहती है। जब से सहदेव की मृत्यु हुई है तब से घर में खाना नही बना है। लक्ष्मी का पति की याद में रो-रो कर सिर्फ यही कहती कि छह माह के मासूम का पालन किसके सहारे होगा। कोई मदद करने वाला नहीं है।एसओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि अवर अभियंता की तरफ से कोई तहरीर अब तक नहीं मिली है। यदि तहरीर मिलती है तो केस दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। हटवा उपकेंद्र पर घटित घटना की जांच कराई जा रही है। दोषियों कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। नामित संस्था को भी पत्र भेजकर सिर्फ अधिकृत कर्मियों से कार्य कराने को कहा गया है। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।