कूड़ा निस्तारण में पिछड़ रहा शहरी क्षेत्र, फिर पैर पसार रहा संक्रामक रोगों का खतरा
संजय वर्मा ‘‘पंकज’’/सद्दाम राईन)
बाराबंकी। नगर पालिका परिषद नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत पीरबटावन मोहल्ले में जलील होटल के पीछे मैकू मैदान में तमाम मोहल्ले वाले गड्ढ़े में कूड़ा कचड़ा डालते हैं। जिससे पूरा मादान कचड़े से पट गया है। जिसमें ऐसे ही तमाम दुर्गंध से आसपास के लोगों का जीना मुहाल है। उपर से बारिश बाद तो स्थिति और खराब हो गई है। वहां से उत्पन्न कीड़े मकौड़ों व मच्छरों ने भी जीना दूभर कर दिया है, जो रात ही नहीं दिन में भी ओवरटाइम कर लोंगों को जीने नहीं दे रहे साथ ही संक्रामक रोगों के खतरें में डेंगू-इन्सेफ्लैटिस-चिकनगुनिया व मलेरिया जैसे जान लेवा रोगों का खतरा उत्पन्न हो गया है।
बताते चलें कि पिछली बार आयी बाढ़ में नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी संजय शुक्ला व चेयरमैन के बढ़िया प्रयासों से स्वच्छता व्यवस्था व कीट नाशक दवाओं का बेहतर छिड़काव ही था जो इतने सैलाब के बाद भी जानलेवा रोगों का खतरा दिखाई नहीं दिया और मच्छरों का तो एक तरह से सफाया ही हो गया था जो अब बदली व्यवस्थाओं में भुनभुनाने लगे हैं और अपनी उपस्थिति का अहसास करा रहे हैं। वैसे ये समस्या हर मोहल्ले में उत्पन्न हो एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारी व चेयरमैन के पुराने जज्बे को जगाने के लिए आवाज लगा रही है। लेकिन आखिर राजनीति भी कलियुग में एक बड़ा रोग है जो जनहित की जगह स्वहित पोषित करने का हर जगह दबाव उत्पन्न कर देता है भले ही इसके पीछे घाघ हो चुके जनता के प्रतिनिधि से ठेकेदार का चोला ओढ़ चुके सभासदों का ही रोल क्यों ना हो।
लेकिन जनपद जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में वर्तमान चेयरमैन के विकास को भूला नहीं है और वही अपेक्षा रखता है कि कम से कम शहर एक बार फिर बेहतर पानी निकास, स्वच्छता, बेहतर मार्गों के रूप में समृद्ध हो जाए। तमाम कूड़ा फेकनें वाले स्थानों पर कूड़ेदान व्यवस्थित हो जाएं। जिसमें कूड़े दान के लिए मना करने वालों पर कार्रवाई हो पूछा जाए वो कूड़ा कहां निस्तारित करते हैं, अगर दूसरे के घर के सामने या खाली प्लॉट में फेकतें हो तो कार्रवाई हो। जिसमें जिला प्रशासन की भी सार्थक भूमिका हो।