कोठी, बाराबंकी। 75 साल पहले राष्ट्रीय स्वाभिमान प्रतीक स्वरूप बनाए गए गांधी चबूतरा पर किसान नेता द्वारा जमीन पर अतिक्रमण कर करीब तीन माह पहले अवैध निर्माण कर लिया। उस्मानपुर गांव के दो दर्जन से अधिक लोगों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से कर अवैध निर्माण तोड़कर सरकारी भूमि को अवैध कब्जा मुक्त कराने की मांग की है। जानकारी के अनुसार कोठी थाना क्षेत्र के उस्मानपुर गांव निवासी करूणेश कुमार शर्मा, मोहम्मद मतीन, अर्जुन सिंह, हाशिम, आरिफ, नदीम, फातिमा, ललिता प्रसाद द्विवेदी, राममनोरथ, रवि प्रकाश, सतीश, शेर बहादुर शेरा, फूलचंद, सुधीर, दुर्गेश, पवन यादव, अमरीश, हरिनाम यादव, राम सिंह व शिवनारायण शर्मा आदि द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि गांव में स्थित सार्वजनिक बाजार परिसर में करीब 75 साल पहले वर्ष 1948 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. अशर्फीलाल वर्मा के द्वारा राष्ट्रीय स्वाभिमान प्रतीक स्वरूप गांधी चबूतरा बना था। उनकी प्रतिमा लगाई गई थी।
इनका आरोप है कि गांव निवासी भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति संगठन का जिलाध्यक्ष मो. आसिफ पुत्र मो. मुस्लिम व उसके परिवार के मो. जाहिद पुत्र मोहर्रम अली एकराय होकर चबूतरे को नस्ता नाबूत करते हुए अवैध निर्माण कर दुकान बना ली। इसकी शिकायत व विरोध करने पर ग्रामीणों का अभद्रता करने का आरोप है। लोगों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से कर कार्रवाई की मांग की।
जबकि गांव के ही करुणेश कुमार शर्मा का कहना है कि किसान नेता रौंब झड़ते हुए चबूतरे को तोड़कर दुकान बना ली। प्रशासनिक अधिकारी द्वारा सार्वजनिक बाजार की पैमाइश हो तो हकीकत बयां होगी। उनके मुताबिक चबूतरे के स्थान पर खुदाई करने पर प्राचीन ईंटें मिलेगी।