बाराबंकी- प्रसिद्ध साहित्यकार अनवर हुसैन के साहित्यिक वैशिष्ट्य और साहित्यिक अवदान पर लिखी गई पुस्तकश्अनवर हुसैन व उनकी बिखरी तहरीरेंश् का विमोचन मंगलवार की शाम को भव्य कार्यक्रम में सम्पन्न हुआ। पुस्तक के लेखक शायर इमरान अलियाबादी को उनकी इस पुस्तक के लिए कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर इस्मत मलीहाबादी ने कहा कि डॉ. अनवर हुसैन खां की इल्म दोस्ती अदब नवाजी,विनम्रता उर्दू दोस्ती को मिसाल मिलना मुश्किल है।वहीं इमरान अलियाबादी का ऐसा कारनामा है जिसकी पैरवी तो की जा सकती है।लेकिन दूसरा कारनामा अंजाम नहीं दिया जा सकता है। छोटा महल अलियाबाद में अंजुमन फरोग ए इल्मो अदब के तत्वावधान में यह विमोचन समारोह व महफिलें शेयरों सुखन का कार्यक्रम संपन्न हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार व कवि डॉ. मखमूर काकोरवी ने की।इस कार्यक्रम में साहित्यकार शकील गयाबी डा0 एस एम हैदर तथा राष्ट्रपति पदक प्राप्त शिक्षक अदील मंसूरी ने डाक्टर अनवर हुसैन खां के कार्य और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। अलीगढ़ से पधारे डॉ0 तारिक अयूबी ने डा.अनवर हुसैन खां की साहित्य सेवाओं का वर्णन किया।इस कार्यक्रम में पुस्तक विमोचन के बाद एक मुशायरा बाराबंकी के बुजुर्ग शायर अलहाज नसीर अंसारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जिसमें नामचीन शायर सगीर नूरी बाराबंकवी ,मुजीब सिद्दीकी करनैल गंज,शकील गयाबी,अलीम रुदौलवी,इमरान अलियाबादी,असद उस्मानी,अजीम अलियाबादी,जुनेद अलियाबादी ने अपनी शेरो शायरी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ0 मखमूर काकोरवी ने की।कार्यक्रम में संरक्षक बाबू महल(पूर्व प्रधान अलियाबाद) के अलावा पूर्व प्रधान शोएब खां,कौसर हुसैन खां,मो0 कमाल,मास्टर तौहीद इस्लाम,मास्टर मो0 अकील,मास्टर सिराज अहमद,मुख्य रूप से उपस्थित रहे।कार्यक्रम में पूरा पंडाल साहित्य प्रेमियों से भरा हुआ था।कार्यक्रम का संचालन सगीर नूरी और शरिक शाकिरी ने संयुक्त रूप से किया।