जौनपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला मखदूम शाहअढन निवासी आदिल अब्बास के 8 वर्षीय पुत्र अजीम अब्बास की उपचार के दौरान मौत हो गई जिससे पूरे परिवार समेत पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। 5 दिन पूर्व अजीम की तबीयत खराब हुई हल्के बुखार आने पर परिजनों ने मोहल्ला रूहट्टा स्थित साईं हॉस्पिटल डॉक्टर अभिषेक मिश्रा के यहां दिखाया। चिकित्सक द्वारा इस बच्चे को भर्ती करके उपचार शुरू किया गया। 3 दिन तक उपचार करने के बाद जब बच्चे की हालत अचानक खराब हो गई तब उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। वाराणसी पहुंचने पर गुरुवार के दिन बच्चे की मौत हो गई। परिजन शव को लेकर अपने घर आए और उसे देखकर पूरे परिवार समेत समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। अजीब बात है यह है कि जब बच्चे की बीमारी को पकड़ना सका चिकित्सक तब उसे रखकर किस बात का इलाज कर रहा था यह बात चर्चा का विषय बना हुआ है। इस जनपद के कुछ डॉक्टरों की एक खासियत मानी जा रही है कि पहले वह मरीज को भर्ती कर लेते हैं और उनसे मोटी रकम ऐंठने के बाद जब हालत बिगड़ने लगती है तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देते हैं। इतना ही नहीं मरीज की हालत खराब होने पर यह डॉक्टर कितनी चालाकी से उस मरीज को रेफर करते हैं कि सोचकर आप भी दंग रह जाएंगे। यह डॉक्टर अपने हॉस्पिटल के आसपास एक एंबुलेंस खड़ी किए रहते हैं जैसे हालत बिगड़ती है उस एंबुलेंस पर लादकर उसे कहीं दूसरे स्थान पर इलाज कराने के बहाने अपने अस्पताल से बाहर कर देते हैं।अभी हाल ही में वंशिका साहू की मौत से जहां पूरा परिवार सदमे में डूबा हुआ है वहीं डॉक्टरों का यह खेल रुपया ऐंठने वाला काम कम नहीं हो रहा है।