बिजली विभाग ने राजस्व लक्ष्य को पूरा करने के लिए बकाए पर अस्थाई और स्थाई रूप से जो बिजली उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए हैं। उनकों बिजली विभाग ने राहत दी है। आपको बता दें कि स्थाई रूप से कटे कनेक्शन को नया कनेक्शन और अस्थाई रूप से कटे कनेक्शन वालों को किस्तों में भुगतान करने पर बिना किसी रुकावट के बिजली मिलती रहेगी। इससे बिजली विभाग को लंबे समय से रुका हुआ बकाया भी मिलता रहेगा और उपभोक्ता चालू बिल के साथ शेष बकाया जमा कर बिजली का भी उपयोग करता रहेगा। बिजली विभाग द्वारा राजस्व वसूली पर इतना जोर दिया जा रहा है कि एक महीने का बकाया होने पर कनेक्शन काटे जा रहे हैं। बकाये पर कटा कनेक्शन जुड़ा मिलने पर जेई और लाइनमैन की जिम्मेदारी तय की गई है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करें। लगभग एकमुश्त समाधान योजना भी चलाई 70 करोड़ रुपये सरकारी विभागों गई है। शहरी क्षेत्र को छोड़कर इन पर बकाया है। सरकारी धन अब सबके परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। सीधे यूपीपीसीएल के खाते में जाता अब विभाग ने राजस्व लक्ष्य को है। स्थानीय स्तर पर उसे शामिल बढ़ाने के लिए किस्तों में भुगतान ले नहीं किया जाता है। उधर, सबसे रहा है। इससे विभाग को धीरे-धीरे अधिक ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं राजस्व प्राप्ति हो रही है। उपभोक्ता पर बकाया है। जिले में 48,931 भी बिजली का प्रयोग कर रहे हैं। नलकूप धारक हैं। नलकूप धारकों के विभाग बकाया का आधा घन पहले यहां मीटर भी लगवाए जा रहे हैं।