राजनीतिक जानकारों का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने जिन दो जगहों से लोकसभा चुनावों के सियासी आगाज की शुरुआत की थी, योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन दोनों जगहों पर विकास का ऐसा खाका खींचना शुरू किया कि समाजवादी पार्टी के राजनीतिक दांव को ही चित कर दिया।यूपी में अयोध्या, मथुरा और काशी के साथ ऋषि मुनियों की तपोस्थली नैमिषारण्य के जरिए भी सियासमत को साधने की कोशिश की जा रही है। योगी सरकार ने जिस तरह यहां के लिए योजनाएं बनाई हैं और सुविधाओं की घोषणा की है वो समाजवादी पार्टी के ‘नैमिष दांव’ को चित कर सकती हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने नैमिषारण्य में हवन-पूजन करके अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के सियासी माहौल की शुरुआत की थी। सियासी गलियारों में माना यही जा रहा था कि समाजवादी पार्टी इस दांव को चलकर ब्राह्मण वोटों को अपने साथ जोड़ने की तैयारी कर रही है।