मानक विहीन पीली ईट,व निर्माण सामग्री का किया जा रहा प्रयोग
हैदरगढ़, बाराबंकी। गरीब जनता को खुशहाल रखने के लिए भले ही भाजपा सरकार द्वारा सरकारी धन को पानी की तरह फेंका जा रहा हो लेकिन उनकी नजरों में तो विकास का कार्य किया जा रहा है लेकिन यह कितना अच्छा और कितना घटिया क्वालिटी से किया जा रहा है इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।
जहां पर नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान द्वारा को विनाश कर विकास का दरवाजा दिखा रहे हैं जिसकी शिकायत एक ग्रामीण ने आई जी आर एस के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जहां पर बाराबंकी जनपद के त्रिवेदीगंज विकासखंड के अंतर्गत फतेहपुर जमुरवा गांव के उमेश कुमार ने अपने गांव में हो रहे नाली निर्माण की कारगुजारी को उजागर करते हुए तमाम आला अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि उनके गांव में जो नाली का निर्माण चल रहा है वह बिल्कुल मानक विहीन तरीके से किया जा रहा है जिसमें बंदरबांट की बु आ रही है जहां पर केवल बालू और नाम मात्र की सीमेंट से चुनाई की जा रही है और मौरंग तो बिल्कुल डाला ही नहीं जा रहा है नाली की दीवार और बीच की फर्श बनाने में सिर्फ पीली ईद का प्रयोग किया जा रहा है। जिस के संबंध में शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि प्रधान का कहना है कि इससे बचने वाला पैसा केवल हम ही नहीं ब्लॉक के उच्च अधिकारियों को भी देना पड़ता है क्या हम अपने घर से लाकर देंगे ।उक्त बातें निर्माण कार्य कर रहे लोगों ने कही।
अब देखने वाली बात यह है अब देखना है कि खबर प्रकाशित होने के बाद त्रिवेदीगंज विकासखंड के उच्च अधिकारियों हरकत में आते हैं या नहीं,?या फिर यूं ही सरकारी धन का बंदरबांट होता रहेगा। वैसे अट्ठानी ग्रामीणों का कहना है कि यदि इसी तरह से सरकारी धन का बंदरबांट करते हुए मानक विहीन नाली का निर्माण कराया गया तो उन्हें मजबूर होकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दरवाजा खटखटाने में कोई गुरेज नहीं होगी।