पटना में हुई महाबैठक साल 2024 के आम चुनाव की ओर विपक्षी दलों का पहला बड़ा कदम कही जा सकती है। इससे आगे की रणनीति साफ हो पाएगी। भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चाबंदी के लिए नीतीश कुमार की पहल पर ही 15 दल के 19 नेता एकत्र हो सके। साझा प्रेस वार्ता से इस पहल की सफलता और असफलता का अंदाजा लगाया जा सकता है।विपक्षी एकजुटता को लेकर पटना में शुक्रवार काे संपन्न बहुप्रतीक्षित बैठक में शामिल विपक्षी दलों ने एक स्वर से 2024 के रोडमैप पर अपनी सहमति दी यह तय हुआ कि सब मिलकर एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर करेंगे। मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कांग्रेस की मौजूदगी महत्वपूर्ण थी,कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह स्पष्ट किया कि सभी राज्यों के लिए अलग-अलग ढंग से काम करना होगा। वहीं, राहुल गांधी ने भी साफ किया कि हमें फ्लेक्सिबल होकर काम करना होगा।