मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बताएं कि इन हालातों में कांग्रेस की सरकार कैसे रिपीट होगी?राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित कार्टून का अर्थ भी समझने की कोशिश करें गहलोत।
राजस्थान के तीन विधानसभा उपचुनावों में से जब कांग्रेस ने 2 में जीत हासिल की तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाया। गहलोत ने कहा कि एक विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार की जमानत जब्त हो जाने से अब भाजपा चुनावी मुकाबलों में नहीं रही हैै। इन परिणामों के बाद ही गहलोत लगातार दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार रिपीट होगी, लेकिन गहलोत के इस दावे को प्रदेश में हुए छात्र संघों के चुनावों से तगड़ा झटका लगा है। प्रदेश में 17 सरकारी यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव हुए, इनमें से एक भी यूनिवर्सिटी में कांग्रेस के अग्रिम संगठन एनएसयूआई की जीत नहीं हुई है। कमोबेश यही स्थिति सरकारी कॉलेजों की भी है। कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले विद्यार्थी 18 वर्ष से अधिक उम्र के होते हैं। विधानसभा चुनाव में भी मतदाता की उम्र 18 वर्ष की है। राजस्थान में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं, जब युवा वर्ग के बीच कांग्रेस की स्थिति ऐसी है, तब सीएम गहलोत बताएं कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार कैसे रिपीट होगी? सीएम गहलोत स्वयं कहते हैं कि उनकी शुरुआत एनएसयूआई से ही हुई है। लेकिन अब गहलोत के मुख्यमंत्री रहते हुए एक भी यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई की जीत नहीं हुई, जिस एनएसयूआई के पीछे सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी खड़ी रही, उसके मुकाबले में नवगठित छात्रसंघ एसएफआई 2 यूनिवर्सिटी में जीत दर्ज करवाने में सफल रही है, ऐसा नहीं कि छात्रसंघ चुनावों में कांग्रेस का दखल नहीं रहा। कॉलेज और यूनिवर्सिटी के चुनावों में कांग्रेस के नेताओं की सिफारिश से ही उम्मीदवार घोषित किए गए। लेकिन इसके बाद भी एक भी यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई जीत दर्ज नहीं कर सकी।
कार्टून का अर्थ समझे गहलोत:
यूनिवर्सिटी छात्र संघ के चुनाव परिणाम को लेकर 29 अगस्त को देश के प्रमुख अखबार राजस्थान पत्रिका में कार्टूनिस्ट अभिषेक का एक कार्टून प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित हुआ है। यह कार्टून सीएम गहलोत को केंद्रित कर बनाया गया। कार्टून का एक शीर्षक है, राजस्थान के सभी विश्वविद्यालय एनएसयूआई मुक्त, इस शीर्षक के मद्देनजर कांग्रेस के दो नेताओं का संवाद लिखा है। सबको दिल्ली भेज दीजिए देश भी मुक्त हो जाएगा। पत्रिका का यह कार्टून गहलोत के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावना से भी जुड़ा है। यानी अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष बनते हैं तो पूरा देश कांग्रेस मुक्त हो जाएगा। पत्रिका को अखबारी दुनिया में एक विश्वसनीय अखबार माना जाता है। पत्रिका की इस विश्वसनीयता के मद्देनजर ही सीएम गहलोत को इस कार्टून का अर्थ समझना चाहिए। कार्टूनिस्ट को जनता का प्रतिनिधि माना जाता है। कार्टून के जरिए जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। जनता की नजर में गहलोत की राजनीतिक छवि कैसी है इसका अंदाजा पत्रिका में छपे कार्टून से लगाया जा सकता है।