सुल्तानपुर के एन आई उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता राम जन्म के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते मुख्य अभियंता ने किया था गौरीगंज जिले में स्थांतरण। लेकिन अवर अभियंता के खिलाफ जांच अधिकारी अधिशाषी अभियंता वेंकटेश्वरम को किया गया था नामनित और एक सप्ताह में रिपोट करनी थी मुख्य अभियंता के समक्ष प्रस्तुत। वही इस प्रकरण पर जब जॉच अधिकारी अधिशाषी अभियंता से दूरभाष के माध्यम से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया की अवर अभियंता को अपना पक्ष रखने के लिए लेटर भेजा गया है लेकिन उनका कोई जवाब नही आया। वही जॉच अधिकारी ने यह भी बताया की अवर अभियंता राम जन्म को रिमाइंडर लेटर भी भेजा गया है अगर इस के बाद भी राम जन्म अवर अभियंता अपना पक्ष नही रखते है तो उनके विरुद्ध नियमा अनुशार कार्यवाही कर मुख्य अभियंता को रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जायेगी। लेकिन देखने की बात तो यह है की आखिर दबंग तरीके से काम करने वाले अवर अभियंता राम जन्म ने किस आधार पर बनया था एक ही विद्युत उपभोगता दो इसिटमेट। आखिर क्यों किया झटपट पोर्टल पर पहले 111563 रुपए का अपलोड इस्टीमेट और दुबारा आखिर क्यों किया झटपट पोर्टल पर 2240 रुपए अपलोड इस्टीमेट क्यों कटवाई 2240 रुपए की रसीद। वही सूत्रों की माने तो यह कोई पहला कारनाम नही अवर अभियंता राम जन्म का ऐसे कई कारनामे है अवर अभियंता के जिन्होंने कई ऐसे इस्टीमेट बनाए है जिनको दो बार झटपट पोर्टल पर अपलोड किया गया । वही जॉच अधिकारी द्वार अगर निगम द्वारा निर्गत आईडी की हो जॉच तो और भी कई ऐसे विद्युत उपभोगताओ के इस्टीमेट सामने आएंगे जिनमे अवर अभियंता ने निगम और सरकार को सरकारी राजस्व आर्थिक क्षति पहुंचाने का काम किया है । अब देखन है की अवर अभियंता राम जन्म कब तक नहीं रखते है जॉच अधिकारी के समक्ष अपना पक्ष।