अजमेर के आनासागर में चलने वाले क्रूज (छोटा जहाज) का सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के नेता विरोध कर रहे हैं। इसी प्रकार नव निर्मित एलिवेटेड रोड के नीचे खाली स्थान को पार्किंग के लिए ठेके पर दिए जाने का विरोध भाजपा के नेता कर रहे हैं। पहले बात प्रस्तावित क्रूज की। नगर निगम ने कोई एक साल पहले टेंडर आमंत्रित कर क्रूज चलाने का ठेका अजमेर की कंपनी गीता मार्बल प्रा.लि. को 68 लाख रुपए सालाना की दर से दिया। तब कांग्रेस के किसी भी नेता ने विरोध नहीं किया। अब जब पांच करोड़ रुपए खर्च कर क्रूज को आनासागर में उतार दिया गया है, तब नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल की नेता द्रौपदी कोली और पार्षद नरेश सत्यावना विरोध कर रहे हैं। दोनों नेताओं का कहना है कि जब बरसात का पानी घरों में समाया हुआ है, तब भाजपा के कब्जे वाले नगर निगम को आनासागर में क्रूज चलाने की सूज रही है। द्रौपदी कोली का कहना है कि उन्होंने आनासागर के एस्केप चैनल ड्रेनेज सिस्टम और निचली बस्तियों में पानी भरने के मुद्दों पर नगर निगम की साधारण सभा बुलाने की मांग की थी। लेकिन मेयर ब्रज लता हाड़ा का कहना रहा कि मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए आनासागर पर नगर निगम प्रशासन अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं ले सकता है। द्रौपदी ने सवाल उठाया कि जब आनासागर का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है तो उसी आनासागर में क्रूज कैसे चलाया जा रहा है? द्रौपदी ने कहा कि क्रूज का ठेका रद्द नहीं किया तो कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। द्रौपदी और सत्यावना का विरोध अपनी जगह है, लेकिन सवाल उठता है कि कांग्रेस नेताओं को विरोध की क्या जरूरत है। प्रदेश में कांग्रेस का शासन है। यदि भाजपा के कब्जे वाले बोर्ड ने कोई गलत कार्य किया है तो अपनी सरकार से ऐसे कार्य को निरस्त करवाया जा सकता है। द्रौपदी और सत्यावना को विरोध करने के बजाए इस मामले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने रखना चाहिए।
भाजपा के मीडिया विभाग के प्रदेश सह प्रभारी अरविंद यादव और शहर भाजपा के जिलाध्यक्ष रमेश सोनी ने जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन देकर एलिवेटेड रोड के नीचे खाली भूमि को पार्किंग के लिए ठेके पर दिए जाने का विरोध किया है। भाजपा नेताओं के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाना भी समझ से परे है। क्योंकि नगर निगम में भाजपा का कब्जा है और मेयर के पद पर भी भाजपा की नेता श्रीमती ब्रज लता हाड़ा ही विराजमान है। जब निगम में भाजपा की मेयर है तो फिर कलेक्टर को ज्ञापन क्यों दिया जा रहा है। ठेका निरस्त तो मेयर भी कर सकती है। संगठन ने जिला अध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पार्टी का अध्यक्ष तो मेयर को निर्देश भी दे सकता है। आखिर पार्टी के दम पर ही मेयर का पद हासिल होता है। वैसे भाजपा नेताओं की यह बात जायज है कि एलिवेटेड रोड के नीचे खाली भूमि का ठेका नहीं दिया जाना चाहिए। इस भूमिका का उपयोग क्षेत्रीय दुकानदारों और ग्राहकों के वाहन खड़ा करने के लिए होना चाहिए। पार्किंग की जिम्मेदारी व्यापारिक एसोसिएशनों को भी दी जा सकती है। स्थानीय निकाय संस्था जनता का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए निगम प्रशासन को आम लोगों के अधिकारों का भी ख्याल रखना चाहिए।
गीता मार्बल प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि जेपी दाधीच ने बताया कि अजमेर अब पर्यटन केंद्र बनता जा रहा है। स्मार्ट सिटी के उद्देश्य के तहत ही आनासागर में क्रूज चलाने का निर्णय लिया गया है। टेंडर की प्रक्रिया विधिवत हुई है। अभी क्रूज को आनासागर में उतारा गया है, लेकिन यह क्रूज यात्रियों के लिए डेढ़ माह बाद उपलब्ध होगा। अभी इस क्रूज में निर्माण कार्य चल रहे हैं। 150 यात्रियों की क्षमता वाला यह क्रूज सौर ऊर्जा से संचालित होगा। इसमें डीजल या पेट्रोल का उपयोग नहीं होगा। इसके पीछे आनासागर के पर्यावरण को बचाना है। सौर ऊर्जा के कारण क्रूज की आवाज भी बहुत कम होगी। आनासागर में विचरण करने वाले पक्षियों को कोई परेशानी न हो इसलिए सौर ऊर्जा का प्रावधान किया गया है। यह क्रूज 45 मिनट में आनासागर का चक्कर लगाएगा। क्रूज में रेस्टोरेंट की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।