तकनीकी खामी का फायदा उठाकर एक युवक ने ई-वॉलेट और आनलाइन पेमेंट एप पेटीएम काे पौने दो करोड़ रुपये का चूना लगा दिया। मुखबिर के जरिये इस कांड का पता चलने पर क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 ने पेटीएम को सूचित किया। पेटीएम ने अपनी खामी दुरुस्त कर ली है,फरीदाबाद के सेक्टर-31 थाने में मुकदमा दर्ज कराकर मामले की विस्तृत जांच का निवेदन किया है। मुकदमा पेटीएम की फादर कंपनी वन97 कम्यूनिकेशन लिमिटेड की तरफ से नियुक्त प्रतिनिधि अमित कुमार सिंह की शिकायत पर दर्ज हुआ है। जांच में व्यवधान की बात कहकर फिलहाल पुलिस धोखाधड़ी करने वाले युवक की पहचान उजागर नहीं कर रही है,पेटीएम अपने प्लेटफार्म से क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान की सुविधा भी प्रदान करता है। अमित कुमार ने शिकायत में बताया है कि जब कोई व्यक्ति बिल भुगतान करता है तो पेटीएम से राशि तुरंत क्रेडिट कार्ड में चली जाती है। वहीं, ग्राहक द्वारा दी गई राशि कुछ देर के लिए पेटीएम के प्लेटफार्म पर रहती है। करीब पांच मिनट बाद पेमेंट सक्सेसफुल का मैसेज आता है।आईडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड में भुगतान करने पर तकनीकी समस्या आ रही थी। इसमें ग्राहक द्वारा भुगतान करने पर पेटीएम से राशि तुरंत क्रेडिट कार्ड ट्रांसफर हो जाती थी, मगर ग्राहक की राशि चार घंटे तक पेटीएम के प्लेटफार्म पर रहती थी।तकनीकी खामी के चलते चार घंटे बाद भी पेमेंट सक्सेसफुल की बजाय कैंसिल पेमेंट का विकल्प आता था। कैंसिल पेमेंट करने पर ग्राहक द्वारा भुगतान की गई राशि वापस खाते में आ जाती थी, वहीं उसके क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान पहले ही हो चुका होता था। इस तरह आरोपित युवक ने करीब 200 बार कैंसिल पेमेंट के विकल्प का प्रयोग कर तीन महीने में पेटीएम से करीब पौने दो करेाड़ रुपये उड़ा लिए। जब तक क्राइम ब्रांच द्वारा सूचित नहीं किया गया, तब तक पेटीएम को इसकी जानकारी भी नहीं मिली।