कोठी, बाराबंकी। कोठी थाना क्षेत्र के एक गांव में दो पुलिस पर एक व्यक्ति ने रुपए ले लेने का आरोप लगाते हुए कहां है कि चार लोग मोटरसाइकिलो से आए थे और छप्पर नुमा मकान में अचानक तलाशी लेने लगे जिसमें तीन सीसी देसी ठेके की शराब जो मेरे द्वारा अधिक दर्द होने के चलते पीने के लिए रखी थी उसी को देखते हुए पुलिस ने अपनी पुलिस की दादागिरी दिखाते हुए गालियां देने के साथ-साथ दो स्थानों पर रखें करीब छरू हजार रुपए लेकर चले गए पीड़ित चलने फिरने में फालिस अटैक के चलते असमर्थ है और पीड़ित का कहना है कि हमारा सुनने वाला कोई नहीं है। जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि पूरा मामला कोठी थाना क्षेत्र के अचकामऊ व गोमती नदी के मध्य एक फालिस अटैक अधेड़ मनीराम पुत्र स्वर्गीय शिवराम निवासी होलिया बाग मजरे अचकामऊ अपने खेत में छप्पर नुमा मकान में रहकर गरीबी में अपना जीवन यापन चलाने के लिए पान मसाला, बीड़ी, सिगरेट, कंपट, बिस्किट बेचने के साथ-साथ मोटरसाइकिल व साइकिल पंचर बना कर अपना जीवन व्यतीत करता था कि मनीराम का आरोप है कि 5 दिन पूर्व थाना कोठी के चार पुलिस दो मोटरसाइकिलों से पहुंचते ही भद्दी भद्दी गालियां देने के साथ छप्पर नुमा मकान में तलाशी लेने लगे देसी शराब ठेके की 3 सीसी रखी थी जिसको देखते हुए मैंने कहा साहब जी मैं फालिस अटैक का मरीज हूं मैं बहुत परेशान रहता हूंअधिक पीड़ा होने के चलते मुझे पीना पड़ता है समय पर कोई ना मिल सके इसलिए 3 सीसी मंगवा कर रखा था इन सब बातों को नजरअंदाज करते हुए हल्का के सिपाहियों ने भद्दी भद्दी गालियां देने के साथ-साथ दो स्थानों पर रखे करीब छरू हजार रुपए लेकर चलने लगे इतने पर मैं गिडगिडाते हुए साहब से अपने रुपए वापस लेने की बात कही परंतु उन्होंने जेल में बंद कर देने की धमकी देते हुए कहां थाने आकर ले जाना और इतना कहकर चले गए पीड़ित चलने फिरने में असमर्थ है आखिर अपना दर्द व फरियाद लेकर कहां जाए देखने वाली बात यह है कि गरीब विकलांग की मदद वा न्याय के लिए आस कब तक लगाए बैठा रहेगा वही यह मामला सुनते ही ग्राम प्रधान संजय वर्मा ने मौके पर जाकर पीड़ित से जानकारी ली तो पीड़ित मनीराम ने बताया की प्रधान भैया आप जानत हो कि कोठी थाने के पुलिस हमार रुपए ले लिया है। तो प्रधान ने पुलिस वाले का नाम पूछा तो पीड़ित ने पुलिस का नाम बताया आप दादा परेशान न हो मैं आपको न्याय दिलाऊंगा।