बाराबंकी। केंद्रीय विद्यालय बाराबंकी द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर प्रेस वार्ता का आयोजन शुक्रवार को केंद्रीय विद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।केंद्रीय विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एसके सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विषय में जानकारी प्रदान करते हुए इसकी उपलब्धियों एवं क्रियान्वयन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा क्षेत्र में एक एतिहासिक सुधार है। जो समावेशी एवं समान गुणवत्तापूर्ण सार्वभौमिक शिक्षा पर बल देती है। इसमें अनुभवात्मक एवं क्रियात्मक अधिगम, विषयों का लचीलापन एवं कौशल विकासोन्मुखी पाठ्यक्रम को शामिल किया गया है। इसके अंतर्गत कक्षा 1 में प्रवेश की आयु 6 से 8 वर्ष कर दी गयी है।उन्होने बताया की केंद्रीय विद्यालय बाराबंकी ने अपने विद्यालय में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया है और इस दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। केंद्रीय विद्यालय को पी.एम. श्री स्कूल के रूप में चयनित किया गया है। विद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुसार महत्वपूर्ण परिवर्तन किया गया है। जिसमे प्रमुख है रू प्रवेश आयु का पुनर्निर्धारण, 5़3़3़4 रूपरेखा लागू किया गया है निपुण पहल के साथ विद्यालय ने बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल (थ्स्छ) एवं विद्या प्रवेश कार्यक्रम सफलतापूर्वक लागू किया है।
उन्होंने बताया की देश के 450 केंद्रीय विद्यालयों में बाल वाटिका का शुभारम्भ इसी सत्र से कर दिया गया है। इस शिक्षा नीति का प्रमुख लक्ष्य भारत को एक सुपर पॉवर देश बनाना, वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास, कौशल विकास द्वारा स्वरोजगार प्रदान कर लोगो को आत्मनिर्भर बनाना, भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना एवं भारत में शिक्षा के परिद्रश्य को बदलना है।
जवाहर नवोदय विद्यालय, बाराबंकी के प्राचार्य श्री वी. के. यादव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसमे कक्षा 5 तक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा एवं स्थानीय भाषा में प्रदान करने पर बल दिया गया है। सभी छात्र त्रिभाषा सूत्र के अंतर्गत स्कूल स्तर की शिक्षा में तीन भाषाएँ सीखेंगे तथा बच्चो के फाउंडेशन चरण में 3 साल, मध्य चरण में 3 साल तथा माध्यमिक चरण में 4 साल तक शिक्षा ग्रहण करना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पाठ्येत्तर एवं पाठ्यचर्या विषयों और व्यावसायिक व् कलात्मक विषयों में सामंजस्य बनाने का सफल प्रयास किया गया है। इसमे रटने के द्वारा ज्ञान सीखने के स्थान पर मूल भूत साक्षरता और संख्या ज्ञान के महत्त्व पर बल दिया गया है। योग्य शिक्षको की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चार वर्षीय एकीकृत बीएड कोर्स को प्रारंभ किया गया है। इसमें रटन्ति ज्ञान के स्थान पर मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान के महत्त्व पर बल दिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में योग्य शिक्षको की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चार वर्षीय एकीकृत बी.एड. कोर्स को प्रारंभ किया गया है।केंद्रीय विद्यालय, बाराबंकी के प्राथमिक शिक्षक श्री रोहित पाण्डेय ने पी.पी.टी. के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति की उपलब्धियोंएवं क्रियान्वयन पर अपनादृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सीबीएसई नगर समन्वयक एवं प्राचार्य बाबा गुरुकुल अकादमी श्री आर. पी. सिंह, महर्षि विद्या मंदिर के प्राचार्य पी.के. श्रीवास्तव एवं केंद्रीय विद्यालय के शिक्षकगण एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।