रामनगर, बाराबंकी। जिले की तहसील रामनगर के अंतर्गत ब्लाक रामनगर के ग्राम पंचायत रामपुर महासिंह में घर-घर लोगों को स्वच्छ जल मुहैया कराने की योजना हर घर स्वच्छ जल मिशन विभागीय अधिकारियों एवं ग्राम प्रधान की मनमानी से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। जबकि भीषण गर्मी में ही सारे सरकारी हैंडपंप मरम्मत और रीबोर के लिए सरकार द्वारा धन उपलब्ध कराया गया था। परंतु प्रधान और उनसे संबंधित अधिकारियों के चलते यह कार्य केवल कागजों पर हुआ है।
वास्तव में अगर देखा जाए तो रामनगर ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतें ऐसी है जहां पर कागजों में तो सभी सरकारी इंडिया मार्का हैंड पंप बनाया जा रहा है। लेकिन अगर वास्तविकता देखी जाए तो जमीनी हकीकत कुछ और है। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत रामपुर महासिंह का है। जहां कागजों पर तो सभी नल बने दुरुस्त हैं पर बहुत से नल ऐसे हैं जिनमें वर्षों से पानी नहीं आता निष्प्रयोज्य हैं।आखिर ऐसा क्यों सरकार द्वारा दी जा रही धनराशि को ग्राम प्रधान ठेकेदार और विभागीय अधिकारी जनता को बेवकूफ बनाकर कागजों में मरम्मत का कार्य करके सारा सरकारी धन हजम कर जा रहे हैं। जब कि दूसरी तरफ कहीं रामराज्य के दावे में भ्रष्टाचार मुक्त शासन का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। जिसमे तमाम सरकारी कर्मचारी व अधिकारी भ्रष्टाचार की बह रही गंगा में डुबकी लगा जनता की खून पसीने की कमाई के टैक्स के धन पर अय्यासी कर रहे हैं। अब तो हाल ये हो गया है कि शिकायत पर भी कार्रवाई की जगह शिकायत वारिष्ठों की धन उगाही का जरिया बन जाती है तो शिकायत कर्ता के जी का जंजाल।