बाराबंकी। तालाबों से अतिक्रमण हटाने के आदेशों को सिरौलीगौसपुर क्षेत्र में दिखाया जा रहा है ठेंगा। आलम यह है कि शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे अधिकारी, पीड़ित पहुंचा उच्च न्यायालय की शरण में।
ताजा मामला तहसील सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के ग्राम बिबियापुर विकास खंड दरियाबाद का है जहां करीब 14 बीघे तालाब की भूमि पर अवैध कब्जा हो गया है। तालाब की जमीन से अतिक्रमण हटवाने के लिए ग्राम सभा निवासी शब्बीर अहमद पुत्र मोहम्मद फारूक ने कई बार तहसील के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़ित नें जिला अधिकारी को दिये गये शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि तालाब गाटा संख्या 152 रकबा 1.442 एयर जो तालाब खाते में दर्ज है व गाटा संख्या 105 रकबा 0.082 एयर ये भी तालाब में दर्ज है। जिसपर ग्राम प्रधान अफसरी बानो पत्नी हनीफ कुरैशी व प्रधान के मेली मददगारों नें तालाब की सरकारी भूमि पर निर्माण करवाकर अतिक्रमण कर लिया है और प्रधान ने अपने कुछ मेली मददगारों को तालाब की जमीन बेचकर उस पर पक्का निर्माण कार्य भी करवा दिया है लगातार अतिक्रमण जारी है।
तालाब की भूमि पर करीब दो दर्जन से अधिक लोगों नें तालाब पाटकर अपना अपना मकान बनाकर व छप्पर रखकर अतिक्रमण कर रखा है तहसील व जिला प्रशासन को तालाब सुरक्षित कराये जानें को लेकर कई बार प्रार्थना पत्र दिया गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
राजस्व विभाग नें एक बार पैमाईश की है उसमें लगभग एक दर्जन से अधिक अतिक्रमण करने वाले पाये गये हैं लेकिन फिर भी अब तक किसी भी कब्जेदार को बे दखल नहीं किया जा सका है।
तालाब की भूमि को बेचने में प्रधान व लेखपाल समेत तहसील प्रशासन संलिप्त है जिससे कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। पीड़ित न्याय की उम्मीद में अधिकारियों की गणेश परिक्रमा से अत्यधिक परेशान होकर माननीय उच्च न्यायालय की शरण में न्याय की गुहार लगाई है। कि तालाब की जमीन को दबंगों से खाली कराया जाये। पीड़ित ने बताया कि तालाब भूमि पर अवैध कब्जे दारों के द्वारा आय दिन जान से मारने की धमकी दी जा रही है।