हैदरगढ़, बाराबंकी। विकासखंड हैदरगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत घरकोइया में स्थित गौशाला के कर्मचारियों पर न्याय पंचायत खरसतिया के कई गांवों के ग्रामीणों ने छुट्टा व अवारा मवेशियो को खुला छोड़ देने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर ग्रामीणों ने कार्यवाही कर समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।
न्याय पंचायत के बहरामपुर सतरही बम्हरौली आदि गांव से शिकायत करने तहसील मुख्यालय आए संतलाल रवि कुमार आलोक सिंह यादव कैलाश यादव सुमित शिवा कनौजिया माता नागेश्वर अखिलेश कुमार राजेश कुमार दीपक धर्मेंद्र राम अधार सहित तमाम ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के आवारा एवं छुट्टा मवेशियों को घरकोइया गौशाला में लाकर बंद किया जाता है। परंतु गौशाला के कर्मचारियों द्वारा आवारा पशुओं को एक-दो दिन रखने के बाद पुनः छोड़ दिया जाता है जिसकी वजह से इन गांवों के ग्रामीणों किसानों की फसलें आवारा मवेशियों द्वारा चर ली जाती है। वही इन मवेशियों की वजह से दुर्घटनाएं भी बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने ग्राम चैपाल में खंड विकास अधिकारी को इस समस्या से अवगत भी कराया गया था फिर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिसकी वजह से गौशाला के कर्मचारी निरंकुश हो गये हैं और ग्रामीणों द्वारा जानवरों को बंद किए जाने पर एक-दो दिन रखने के बाद छोड़ देते हैं ग्रामीणों ने बताया कि अभी उन्होंने रविवार की शाम आवारा पशुओं को गौशाला में बंद कराया था परंतु वही आवारा पशु आज सुबह फिर गांव में पहुंच गए और फसलों को नुकसान पहुंचाने लगे हैं।