बाराबंकी। नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। बचाव एवं राहत कार्यों ये जुड़े सभी सम्बंधित अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है तथा वर्षा जनित समस्याओं के समाधान पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए गए हैं। बाढ़ प्रभावितों को निर्धारित आर्थिक सहायता के लिए औपचारिकताओं को पूर्ण कर सहायता राशि उनके बैंक खातों में दिलवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साफ सफाई, फागिंग, दवा छिड़काव आदि के कार्य सुनिश्चित किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने आगामी तीव्र वर्षा की चेतावनी के दृष्टिगत पानी से घिरे मजरों में राशन किट वितरित की गई। इसके अतिरिक्त बाढ़ क्षेत्र में मेडिकल व पशुचिकित्सा शिविर पूर्ववत संचालित रहे। कुल 45 परिवारों को आपदा राहत सामग्री वितरित की गई जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू,, 1 लीटर खाद्य तेल, 1 किलो नमक, 1 पैकेट सब्जी मसाला, मिर्च, पानी का जरीकेन, व तिरपाल सम्मिलित है। शनिवार को 60 लोगों का मेडिकल चेकअप कर दवा दी गई। उन्होंने बताया कि जनपद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हालाँकि स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन बचाव एवं राहत कार्य में और तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि उप जिलाधिकारी, रामनगर श्री अनुराग सिंह ने बताया कि आज तहसील रामनगर अंतर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर रहा किंतु कोई अप्रिय स्थिति नहीं है। उप जिलाधिकारी रामनगर द्वारा तपेसिपाह, सिसौन्डा, सुंदरनगर, कोडरी, ललपुरवा, हेतमापुर व सरसंडा में सघन भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। मौके पर पीड़ितों से संवाद किया गया। उप जिलाधिकारी, सिरौली गौसपुर ने बताया कि सरयू का जलस्तर में बढ़ा है लेकिन अभी खतरे के निशान से नीचे है और आबादी क्षेत्र प्रभावित नहीं है। ग्रामों में आवागमन भी सामान्य है। उप जिलाधिकारी, राम सनेहीघाट ने बताया कि उनके क्षेत्र में भी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है लेकिन अभी पानी खतरे के निशान से नीचे है। आबादी क्षेत्र प्रभावित नहीं हुआ है और स्थिति सामान्य है।