बाराबंकी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने 6 उत्सवों में एक रक्षाबंधन उत्सव मंगलवार को मनाया गया।जीआईसी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल लोगों ने एक दूसरे को राखी बांधकर राष्ट्र रक्षा एवम सामाजिक सद्भाव का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवा ध्वज के पूजन से हुआ। बहार सुगम संगीत के कलाकारों ने प्रभात दीक्षित के नेतृत्व में भजन की शानदार श्रृंखला प्रस्तुत करते समां बांधी।अपने उद्बोधन में कबीर संगत के पूज्य संत निष्ठा साहेब ने कहा कि संस्कार और धर्म एक दूसरे के पूरक हैं। संस्कार अच्छा है तो नागरिकों का राष्ट्र धर्म भी श्रेष्ठ होगा।विभाग प्रचारक ने कहा कि भारत पर्वों का देश है और इन्ही पर्वों के माध्यम से उत्साह और उमंग के साथ नागरिक सामाजिक समरसता का संदेश भी देते हैं। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् भारत की सनातन विचारधारा है जबकि सर्वे भवन्तु सुखिनः भारत का जीवन दर्शन है। उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रेम से सबको जोड़ेंने, मर्यादा को कभी नहीं तोड़ेंने और संकट के समय कर्त्तव्यपथ पर चलने का दूसरा नाम है।
इस मौके पर मौजूद लोगों ने एक दूसरे को रक्षा सूत्र बांधकर राष्ट्र रक्षा एवम सामाजिक सद्भाव का संकल्प लिया।जिला प्रचारक सुदीप, सिख समाज के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, जिला संघ चालक डॉक्टर आरएस गुप्ता, जिला कार्यवाह सुधीर, नन्हे सिंह, विष्णु प्रताप, नगर प्रचारक अनुपम, शैलेंद्र मौजूद रहे।