प्रतापगढ़ | स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चन्द्रदत्त सेनानी की पुण्य तिथि पर प्रताप बहादुर मेडिकल कालेज में मरीजों को फल वितरण के साथ पल्टन बाजार स्थित उनके आवास पर काव्य गोष्ठी में उपस्थित कवियों, साहित्यकारों एवं समाजसेवियों ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया | ब्रिटिश हुकूमत में पायलट की नौकरी से त्याग पत्र देकर स्वाधीनता संग्राम में कूदने का साहस दिखाने वाले स्व० चन्द्रदत्त सेनानी को अंग्रेज हुक्मरानों ने त्याग पत्र देने से रोकने का भरसक प्रयत्न किया परन्तु जब वे नाकामयाब रहे तब उन्होंने उनका त्याग पत्र स्वीकार करने के साथ ही उन्हें गिरफ्तार कर कारागार में डाल दिया | देश भक्ति के जज्बे से भरे चन्द्र दत्त सेनानी ने अपने बाल्यकाल में भी प्रतापगढ़ में यूनियन जैक को उतार कर तिरंगा लहरा दिया था जिसकी वजह से उन्हें उनके साथियों के साथ कारागार में डाल दिया गया था | कार्यक्रम का शुभारम्भ कल्पना तिवारी की सरस्वती वंदना से हुआ तथा अनेक कवियों एवं साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया जिनमें मुख्य रूप से विशिष्ट अतिथिगण क्रमशः डॉ० दयाराम मौर्य ‘रत्न’, श्याम शंकर शुक्ल ‘श्याम’ एवं डॉ० शाहिदा ने अपनी रचनाओं के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया | उक्त अवसर पर अनिल प्रताप त्रिपाठी ‘प्रवात’, अरविन्द श्रीवास्तव, गुड्डू पाण्डेय, शीतला प्रसाद ‘सुजान’, डॉ० चन्द्रकान्त त्रिपाठी ‘चन्द्र’, प्रमोद दूबे ‘लंठ’, चांदनी दूबे, गजेन्द्र सिंह ‘विकट’, अनूप उपाध्याय ‘अनुपम’ ने भी अपनी रचनाओं के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष राम सेवक त्रिपाठी रहे तथा अध्यक्षता डॉ० संगमलाल त्रिपाठी ‘भंवर’, द्वारा की गयी | कार्यक्रम के अंत में शिव प्रकाश मिश्र ‘सेनानी’ ने विस्तार से चन्द्रदत्त सेनानी के सम्बन्ध में चर्चा किया तथा अनेक वृत्तान्त सुनाए और सबके प्रति आभार व्यक्त किया | उक्त अवसर पर आनन्द मोहन ओझा, अवधेश तिवारी, गिरिजेश तिवारी, हेमंत नंदन ओझा, विवेक उपाध्याय सहित तमाम लोग उपस्थित रहे |