बाराबंकी। दुबई के एक माल में एम्प्लाई बीजा से नौकरी दिलाने के नाम पर कूटरचित फर्जी वीजा देकर मामा भांजे ने 3 लाख रुपया ठग लिए विदेश पहुचने पर पता चला दो महीने का टूरिस्ट वीजा है। तीसरी दिन ही इंडिया वापस भेजे गये पीड़तों के मामा ने पुलिस कप्तान से शिकायत की जांचोपरांत मामला सही पाए जाने पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
मामला शहर कोतवाली से जुड़ा है। सिद्धौर निवासी अहमद हुसैन पुत्र गुलाम हुसैन ने बताया कि वह वर्तमान में शहर के सिविल चैकी मोहल्ला में रहता है। बताया कि मेरे दो भांजों मो. अमान मो. सुहैल को विदेश जाना था एम्प्लाई वीजा की तलाश में कई लोगो से बोला गया था। एक दिन भीतरी पीरबटावन में रहने वाले रिस्तेदार मो. जमाल कुरैशी घर आये और कहा मेरक सगा भांजा महमूदाबाद सीतापुर का रहने वाले मुस्तकीम की विदेश में बहुत अच्छी पकड़ है। जैसा चाहोगे वीजा दिल दूंगा। पीड़ित ने तहरीर में लिखा कि 8 दिन बाद जमाल अपने भांजे मुस्तकीम के साथ आया एक कूटरचित वीजा दिखाय कहा कपड़ा माल का है। रिस्तेदारी में होने से भरोशा करके ऑनलाइन और नगद 3 लाभ रुपया देकर वीजा ले लिया। पीड़ितो ने बताया कि शातिर मुस्तकीम ने 20 हजार के टूरिस्ट वीजा से विदेश भेजकर बड़ी रकम ठग लिया। इनसेट
विदेश से तीसरे दिन लौटाए गए युवक
पीड़ित ने बताया कि एयरपोर्ट के अंदर एक लिफाफा मे वीजा देकर दुबई भेजा तो पता चला इसकी लाइफ दो माह है इसे टूर करने के लिए वीजा दिया जाता है काम करने के लिए नही। जेवर गहने गिरवी रखकर जुटाई गई रकम डूबने से परिवार सदमे में चला गया।
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किसान नेता बताने वाला शातिर है मुस्तकीम
शिकायतकर्ता अहमद हुसैन ने बताया कि मुस्तकीम खुद को किसान मजदूर संगठन का बड़ा पदाधिकारी मानवाधिकार संगठन और भाजपा के फ्रंट में खुद को पदाधिकारी बता कर लोगो पर रौब झाड़ता धमकी देता है। यही नही उसने अपने मोबाइल में कई पुलिस स्पेक्टर के साथ फोटो दिखाकर कहता है कि मेरा कोई क्या कर लेगा बहुत पहुच है। आरोपी यू तो महमूदाबाद का रहने वाला है लेकिन बाराबंकी में वह हमेशा अपने मामा जमाल के साथ बीजा एजेंटी का कारोबार करता है। पुलिस ने विस्तृत जांच करके मुकदमा दर्ज किया है।