सिद्धौर, बाराबंकी। सिद्धौर चौकी पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 10 किलो पोस्ता का छिलका बरामद किया।
थाना असन्द्रा की चैकी पुलिस ने तिलसिया मोड पर मुखबिर की सूचना पर सत्यनाम निवासी हाजीपुर नीरज कुमार निवासी लखनापुर, सुनील कुमार व रमजान निवासी देवकली थाना कोठी के कब्जे के कब्जे से अलग-अलग प्लास्टिक की बोरी रखा लगभग 10 किलो ग्राम पोस्ता का छिलका बरामद किया।इस संबंध में चैकी प्रभारी राम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि सतनाम अपनी कार में पोस्ता का छिलका रखकर बेचने जा रहे थे,कि मुखबिर द्वारा मिली सूचना के आधार पर हमराही दीवान लच्छी राम अरुण कुमार जायसवाल,सिपाही सुनील यादव,प्रहलाद गौड़ व सूरज जयसवाल,के साथ तिलसिया मोड के पास गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से पोस्ता का छिलका बरामद कर जेल भेज दिया।
सरकारी गल्ले की दुकान पर हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत डीएम तक पहुंची
कोटा निरस्त करने की मांग पर कार्यवाही होना तय
हैदरगढ़, बाराबंकी। विकास खण्ड हैदरगढ़ में इस समय अगर सरकारी गल्ले की दुकानों की बात की जाय तो भ्रष्टाचार चरम पर है, और अधिकतर कोटेदार गरीबों के हक का राशन खाने में कोई कोर कसर छोड़ते नहीं नजर आ रहे हैं।
इन राशन माफियाओं को खाद्य और रसद मंत्री का भी कोई डर नहीं सताता है कि खाद्य और रसद मंत्री का ये विशेष क्षेत्र है और यहाँ भ्रष्टाचार न हो लेकिन अगर बात की जाय भ्रष्टाचार कम होने की तो भ्रष्टाचार कहीं रुकता हुआ नजर नहीं आ रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश के बाद भी ये हाल है। कुछ महीनों पूर्व ही प्रदेश की योगी सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार राशन की दुकानों पर घटतौली की समस्या को रोकने के लिये दुकानदारों को नई मशीने भी दी गई थी लेकिन उसका कहीं पर भी इस्तेमाल होता हुआ नजर नहीं आ रहा है और बंदरबांट जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे अजान मजरे रानीपुर विकास खण्ड हैदरगढ़ के राशनकार्ड धारकों ने ग्राम प्रधान शिव दिनेश सिंह के माध्यम से सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी की उपस्थिति में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। प्रधान शिव दिनेश सिंह के साथ साथ गांव के ही भिखारी सिंह, सुंदर यादव, शिवकुमारी और किरसन ने कोटेदार अजय कुमार के खिलाफ घटतौली का आरोप लगाया और कहा कि विभाग द्वारा जब नई स्केलर मशीने कोटेदारों को दी जा चुकी हैं। तो पुरानी मशीनों से राशन विक्रय नहीं होना चाहिए।
प्रधान शिव दिनेश सिंह ने जब जानकारी की तो शिकायत सही पाई गई। प्रधान के द्वारा दी गई मुताबिक कोटेदार का कहना है कि घटतौली से अर्जित धन विभाग के अधिकारियों को भी जाता है। इसलिए उसको घटतौली करनी पड़ रही है।
अब जब शिकायत जिलाधिकारी के संज्ञान में पहुँच चुकी है तो संभवतः कोटेदार पर गाज गिरनी तय है। फिलहाल जांच अपेक्षित है और देखना है कि इस मामले में संबंधित विभाग द्वारा क्या कोई कार्यवाही की जाती है या कोटेदारों द्वारा ऐसे ही घटतौली जारी रहेगी।