जिम्मेदारों की अनदेखी से लकड़ी माफिया काट रहा आम व नीम, महुवा, गुलर के हरे भरे पेड़
हरख, बाराबंकी। स्थानीय प्रशासन एवं वन विभाग की अनदेखी व लापरवाही से लकड़ी माफिया द्वारा खुलेआम पेड़ों की कटाई की जा रही है। माफिया द्वारा आम के फलदार सहित छायादार पेड़ों को मशीनों से कटाकर ठिकाने लगाया जा रहा है। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम इब्राहिमाबाद में कई प्रजातियों के पेड़ काटे जा चुके हैं। जानकारी के मुताबिक रात के अंधेरे में मशीनों से पेड़ काटे जाते हैं। लेकिन लकड़ी माफिया पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इब्राहिमाबाद के अवैध धंधे को विभागीय अधिकारियों से मिलीभगत कर दमदारी से चला रहे हैं। ग्रामीण भी इसका विरोध करने से डरते है। यहीं कारण है कि लकड़ी माफिया खुलेेआम लकड़ी के अवैध काराबोर में लगे है।
मामला वन रेंज हरख क्षेत्र का है। कोठी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव इब्राहिमाबाद के पास नाग देवता स्थान के ठीक सामने दिन दहाड़े लकड़ी ठेकेदार ने प्रतिबंधित हरे भरे आम व महुवा,नीम,गुलर के पेड़ काट डाले।
और उसके आसपास के क्षेत्र में कई आम के पेड़ काट दिए गए रात के अंधेरे में वन माफियाओं का गोरख धंधा वनविभाग की मिली भगत से धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही हैं। जो गर्मी के दिनों में फल देने वाले थे। लोगों का यह भी कहना है कि एक और तो शासन प्रशासन पर्यावरण सरंक्षण करने के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर हरियाली महोत्सव मनाता है। लाखों पौधे लगाने के संकल्प लिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में आम के बड़े बड़े हरे भरे वृक्ष धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं।
जब इसके संबंध में जानकारी मिली तो ठेकेदार का ग्रामीणों के द्वारा नंबर मिला जब ठेकेदार से वार्ता करना चाहा तो उन्होंने बताया कि परमिट है और यह बात कह कर फोन को कट कर दिया जब दोबारा फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन को उठाना उचित नहीं समझा
इसी संबंध में जब हरख रेंज के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कुछ पेड़ों का परमिट बना था और इसके संबंध में जानकारी मिली है और जांच बैठा दी गई है और उचित कार्यवाही की जाएगी