हैदरगढ़, बाराबंकी मनरेगा में श्रमिकों की फर्जी हाजिरी बढ़ाकर चढ़ाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, मौके के सापेक्ष कागजों पर अधिक श्रमिकों की हाजिरी चढ़ाकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, जिसमें ब्लॉक से लेकर जिले के विभागीय अधिकारियों की सांठगांठ इस भ्रष्टाचार के खेल को बढ़ावा मिल रहा हैं। मनरेगा कार्य की जमीनी हकीकत जानने के लिए हमारे संवाददाता द्वारा विकास खंड त्रिवेदीगंज की ग्राम पंचायत दुंदीपुर की पड़ताल की गई तो बड़ा घालमेल में उजागर हुआ है।
विकास खंड की ग्राम पंचायत दुंदीपुर के लदई पुरवा गांव में लदई पुरवा तालाब से शताब्दी वर्ष तक नाली निर्माण कार्य मनरेगा से पिछले कई दिनों से कराया जा रहा है। शनिवार को जब हमारे संवाददाता द्वारा गांव पहुंचकर 10 बजकर 25 मिनट पर पड़ताल की गई तो लदई पुरवा तालाब से शताब्दी वर्ष तक हो रहे नाली निर्माण कार्य में एक भी श्रमिक मौंके पर कार्य नहीं करता हुआ मिला।
बगल में बने अमृत सरोवर पर जिलाधिकारी के दौरे के चलते अमृत सरोवर के गेट निर्माण व अमृत सरोवर की दीवारों की पेंटिंग कार्य हो रहा था और अमृत सरोवर की साफ सफाई में श्रमिक भी लगाए गए थे। वहां पर मौजूद मेट द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी का आज गांव में संभावित दौरा है वो किसी भी क्षण गांव आ सकते हैं इसीलिए अमृत सरोवर पर कार्य चल रहा है।
लदई पुरवा तालाब से शताब्दी वर्ष तक नाली निर्माण कार्य में एक भी श्रमिक के कार्य न करने के सवाल पर उन्होंने बताया कि 60-65 मनरेगा श्रमिक नाली निर्माण कार्य में लगे हुए थे। जो अभी ही वहां से वापस लौटे है। जो अब अमृत सरोवर में हो रहे कार्यों में लगा दिए गए है। जिसे आप देख भी सकते हैं।
तो वही नाली निर्माण कार्य में 10 मास्टरोल भरकर कुल 95 श्रमिकों की हाजिरी शनिवार चढ़ाई गई थी। जिसकी उच्च स्तरीय जांच होना अत्यंत आवश्यक हैं, तांकि मनरेगा कार्यों में हो रही धांधली पर अंकुश लगाया जा सकें हैं।