बाराबंकी- श्री रामलीला सेवा समिति में विगत लगभग 29 वर्षों से श्रृंगारी के रूप में योगदान दे रहे पंडित सुखनंदन महाराज सांवरिया की देह आज शांत हो गई विगत लगभग 29 वर्षों से पंडित सुखनंदन महाराज सांवरिया श्री रामलीला सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित होने वाली रामलीला में राम सीता एवं लक्ष्मण के स्वरूप को लेकर आते रहे हैं एवं उनके श्रृंगार की समस्त जिम्मेदारी निभाते रहे, पंडित सुखनंदन महाराज सांवरिया मूल रूप से बहराइच जनपद के रहने वाले हैं एवं उनकी पहचान सुप्रसिद्ध कथा वाचकों के रूप में भी की जाती है। समिति के महामंत्री शिवकुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत वर्ष सुखनंदन महाराज की तबीयत खराब हुई थी इसके उपरांत उनका यथा संभव इलाज कराया गया इस वर्ष उन्हें ब्रेन हेमरेज की समस्या हुई जिसको लेकर उनके इलाज हेतु भरसक प्रयास किया गया परंतु डॉक्टर ने उन्हें जवाब दे दिया,समिति के तमाम सदस्यों ने बहराइच जाते समय पंडित सुखनंदन महाराज का हाल-चाल जाना,बहराइच पहुंचने के उपरांत पंडित सुखनंदन महाराज ने अपने परिवारी जनों के बीच में अंतिम सांस ली। वही अंकित गुप्ता गोलू ने जानकारी देते हुए बताया की पंडित सुखनंदन महाराज प्रभु श्री राम के प्रति सदैव समर्पित रहे हैं और वह हमेशा रामलीला के पहले अपने जिम्मेदारियां का निर्वहन करने के लिए स्वयं मंदिर प्रांगण में आ जाते थे कभी उन्हें रामलीला से पहले सूचना देने की आवश्यकता नहीं पड़ती थी, समिति के सदस्यों एवं पारिवारिक जनों के द्वारा विगत तीन दिवस से पंडित सुखनंदन महाराज का इलाज लखनऊ के राम मनोहर लोहिया एवं प्राइवेट अस्पताल में कराया जा रहा था, पंडित सुखनंदन महाराज वेंटिलेटर पर रहे इसके बाद आज डॉक्टर ने उन्हें जवाब दे दिया और पंडित सुखनंदन महाराज सदैव के लिए चिर निद्रा में सो गए।
पंडित सुखनंदन महाराज के निधन की सूचना मिलते ही समिति के सभी सदस्यों के बीच शोक की लहर दौड़ गई।
Author: cnindia
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