बाराबंकी- भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा संचालित कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से अब सभी किसानो का फार्मर रजिस्ट्री का कार्य शुरू होगा। इसके लिए जिले में आज फतेहपुर तहसील निंदूरा ब्लॉक के महोलिया और हैदरगढ़ तहसील के त्रिवेदीगंज ब्लॉक के खानपुर गांव में कैंप लगा कर सभी ए हुए किसानो को किसान रजिस्ट्री व अन्य कृषि सम्बंधित योजना के बारे में बताया गया निंदूरा ब्लॉक में उपकृषि निर्देशक श्रवण कुमार, कुर्सी विधायक सकेंद्र प्रताप, बीडीवो निंदूरा, जिला प्रबंधक सीएससी रवि वर्मा, त्रिवेदीगंज ब्लॉक के खानपुर में सीएससी स्टेट ऑफिस से अश्वनी कुमार ,प्रशांत श्रीवस्तीवा ,जिला समन्वयक शैलेन्द्र मिश्रा व कृषि विभाग के ने लोग मौजूद रहे है। सीएससी के माध्यम से कैंप का आयोजन किया गया था जहा पर आये हुए किसानो का पंजीकरण किया गया।
फार्मर रजिस्ट्री के लिए किसान का आधार नंबर खतौनी मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक है आवश्यक है। सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद किसान को जो यूनिक नंबर जारी होगा। पंजीयन पूरा होने के बाद किसान गोल्डन कार्ड बनेगा। इस प्रक्रिया के तहत किसानों के भूलेख डाटाबेस को एक साथ करके प्रत्येक समान नाम व पिता के नाम वाले किसानों के बकेट(समूह) तैयार कि जाएंगे। इसके बाद किसानों से जुड़े सभी विवरण आनलाइन होंगे। उनका एक यूनिक आइडी के साथ गोल्डन कार्ड बनेगा, जिसमें सभी वांछित सूचनाएं अंकित रहेंगी। इसके माध्यम से किसानों को फसली ऋण, फसली बीमा, आपदा राहत, परामर्श आदि सुविधाएं पाने में सुगमता होगी। दिसंबर यानि 19वीं किस्त की सम्मान निधि वहीं किसान पाएंगे, जिनकी फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
वहीं पीएम किसान योजना का लाभ पाना आसान हो जाएगा। आसानी से किसानों को ऋण मिल सकेगा। आपदा के दौरान क्षतिपूर्ति के लिए किसानों की पहचान की जा सकेगी। योजना का लाभ पाने के लिए बार-बार सत्यापन के लिए नहीं दौड़ना पड़ेगा।