तो क्या परिवहन प्रबंधन किसी हादसे के इंतजार मे तो नही?
बाराबंकी। राष्ट्रीय मार्ग पर नियम व सुरक्षा को तिंलाजलि देते तमाम छोटे बढ़े ढ़ाबे इस कदर उग आए हैं कि राहगीरों के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए भी खबते का सबब साबित हो सकते हैं। जिसकी पुष्टि जानकारी अनुसार स्वयं परिवहन विभाग के जनपद के एआरएम नेे निरीक्षण दौरान स्वयं देखा और बताया भी जिसे मौके प मौजूद तमाम लोगांे ने सुना भी लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि ढ़ाबे पर कोई किसी तरह की कार्रवाई मुकम्मल नहीं हो पायी।
बताते चलें कि परिषदीय विद्यालय व शुक्ला यात्री प्लाजा ठीक आमने सामने स्थित है। विद्यालय में अध्ययन कर रहे तमाम नौनिहालों को निजी ढ़ाबे के सामने बेतरतीब खड़े वाहनों व वहां जाने के प्रयास में तमाम नियमों को तिंलाजलि दे तेज रफ्तार मंे भारी वाहन बस को लगाने के प्रयास में दुर्घटना का खतरा सार्वाधिक रहता है। जिसकी जानकारी अनुसार बकायदा शिकायत जनपद में तैनात परिवहन विभाग के एआरएम ने लखनऊ परिवहन प्रबंधन को रिपोर्ट सौपते हुए बकायदा बताया। लेकिन आश्चर्य है कि अभी तक कोई कार्रवाई मुकम्मल नहीं हो पायी।लोगों क मानें तो परिवहन प्रबंधन की यह हीलाहवाली भले ही यह बतौर सुविधा शुल्क की मोटी मलाई मार्फत हो लेकिन कभी भी हादसे का सबब साबित हो सकती है। इसके संबंध में ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक ने भी मुख्यमंत्री परिवहन मंत्री तथा प्रबंध निदेशक को पत्र भेजकर प्लाजा हटाए जाने की मांग की है।
क्या बोले बीएसए?
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि संबंधितयात्री प्लाजा के संबंध मे बात किया तो उन्होंन बताया की शिकायत मिलने पर निरीक्षण किया जायेगा। अगर शुक्ला यात्री प्लाजा के ठीक सामने विद्यालय स्थित है। तो उनके पास पर्याप्त सिक्योरिटी होना जरुरी है।