दीक्षान्त समारोह हमेशा से ही विशेष अवसर होता है, जिसमें शुरू से कई वर्षों में की गयी कड़ी मेहनत को लक्ष्यों तथा सफलता के रूप में परिवर्तित होते हुए देखा जाता है। यह एक ऐसा समय है जब आप अपने जीवन के महत्वपूर्ण चरण से दूसरे चरण में प्रवेश करते हैं और आप सीखने से लेकर उपचार तक की प्रक्रिया में शामिल होंगे। ये विचार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में आयोजित 27वें दीक्षान्त समारोह में व्यक्त किये।
इस अवसर पर नये चिकित्सकों को उपाधि प्राप्त करने पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि आप ऐसे समय में उपाधि प्राप्त कर रहे हैं जब दुनिया भर में भारतीय चिकित्सकों, वैज्ञानिकों और फार्मा पेशेवरों के लिए बहुत प्रशंसा और सम्मान है। उन्होंने कहा कि आज एस0जी0पी0जी0आई राष्ट्रीय स्तर का एक मुख्य चिकित्सीय केन्द्र है, जो चिकित्सा शिक्षा, नर्सिंग, चिकित्सीय, प्राविधिक एवं अस्पताल प्रशासन के क्षेत्र में स्नातकोत्तर उपाधियां प्रदान करता है। उन्होंने चिकित्सकों से माता-पिता के योगदान को कभी न भूलना का अह्वान करते हुए कहा कि आप जितनी मेहनत कर रहे हो उससे कई गुना ज्यादा मेहनत आप के मां-बाप ने आप लोगों को इस ऊंचाई पर पहुंचाने के लिये किया होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा एस0जी0पी0जी0आई के स्कूल आफ टेलिमेडिसन को राष्ट्रीय मेडिकल नेटवर्क के प्रभारी के रूप में पहचान की गयी है और उन्होंने इस नेटवर्क से प्रदेश के सभी 75 जनपदों में संतृप्त करने की अपील करते हुए कहा कि समाज के कमजोर और दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों सहित अन्य सभी नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करना एक चुनौती है।
देश में प्रथम बार संस्थान द्वारा गुर्दा प्रत्यारोपण व थायरायड की रोबोटिक सर्जरी किये जाने पर चिकित्सा वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि वर्ष 2019 से संस्थान मेरे आग्रह पर टी0बी0 रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लेकर उन्हें समुचित पोषण उपलब्ध करा कर उनकी देखभाल कर रहा है। राज्यपाल जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नेतृत्व में केन्द्र सरकार का प्रयास है कि गरीब और मध्यम वर्ग का इलाज कम से कम खर्च में हो, इलाज भी बेहतर मिले और इसके लिए उसको दूर तक जाना भी न पड़े।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अधिकतर परिवारों को 5 लाख रूपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। इस योजना के तहत अब तक पूरे देश में तीन करोड़ साठ लाख गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज हो चुका है। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि हमारे समाज में महिलाओं को चाहे कितनी ही तकलीफ हो, शरीर में पीड़ा होती हो, पर वे परिवार में किसी को जल्दी बताती नहीं हैं। केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का सबसे अधिक लाभ देश की ऐसी महिलाओं और बेटियों को मिल रहा है, जिसके तहत लाभ लेनी वाली महिलाएं 50 प्रतिशत से ज्यादा हैं।
राज्यपाल जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज वैश्विक परिवेश ने युवाओं को अनेक अवसर प्रदान किये हैं किन्तु चुनौतियां भी कम नहीं है। इसलिए हमारी युवाओं को चुनौतियां का समाधान करते हुए जीवन में सफलता के शिखर पर चढ़ते जाना है।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने चिकित्सकों से अपने व्यवहार मे हास्य परिहास्, स्वास्थ्य और फिटनेस का ध्यान देने की अपील करते हुए कहा कि मरीज के प्रति आपका व्यवहार सदैव मृदुल और सांत्वना देने वाला होना चाहिए। क्योंकि आप की मधुर वाणी से ही मरीज की अधिकांश बीमारी कम हो सकती है। उन्होंने कहा कि भावी चिकित्सकों को यह सदैव स्मरण रखना चाहिए कि आस-पास के समुदाय के लोग उनकी ओर सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। इसलिए उन्हें पेशे के अनुरूप श्रेष्ठ आचरण बनाए रखना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने अलग-अलग कैटेगरी के अंतर्गत विभिन्न संकायों के 212 मेधावी छात्रों को उपाधि प्रदान की तथा चिकत्सीय क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने लिए संस्थान के डा0 अमित गोयल एवं डा0 रोहित एनथोनी सिन्हा को एस0आर0 नायक अवार्ड, डा0 परिजात राम त्रिपाठी को प्रो0 एस0एस0 अग्रवाल एवार्ड, डा0 रूद्रापन चटर्जी एवं डा0 तम्बोली जैन इकबाल को प्रो0 आर0के0 शर्मा अवार्ड से सम्मानित किया। इसके साथ केन्द्रीय विद्यालय के कक्षा 6 एवं 7 के आमंत्रित विद्यार्थियों को स्कूली बैग आदि उपहार प्रदान किया।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री बृजेश पाठक ने चिकित्सकों को गरीब जनता की समर्पण भाव के साथ चिकित्सा करने की अपील करते हुए कहा कि मुझे आशा है कि जिन छात्रों को आज यहां डिग्री प्राप्त हुई
उत्तर प्रदेश के लिए किये गये बहुआयामी सुधारों की प्रशंसा करते हुए बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अविनाशीलिंगम इंस्टीट्यूट फॉर होम साइंस एण्ड हायर एजुकेशन फॉर वुमेन के कुलाधिपति प्रोफेसर एस0पी0 थ्यागराजन जी ने राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की सराहना करते हुए कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा का वातावरण स्थापित करने के उद्देश्य से कई उच्च शिक्षण संस्थानों को नैक के अन्तर्गत ए ग्रेडिंग में स्थान पाने के लिए प्रेरित करने का कार्य अत्यन्त अनुकरणीय है। गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने की चुनौतियों के बारे में गहनता से जानना उनके लिए अति आवश्यक है।
इस अवसर पर संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ0 आर0के0 धीमन ने संस्थान का वार्षिक लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
समारोह में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री श्री मयंकेश्वर सरन सिंह, उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव एवं संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के अध्यक्ष श्री दुर्गा शंकर मिश्र, सचिव चिकित्सा शिक्षा सुश्री श्रुति सिंह, संस्थान के डीन प्रोफेसर एस0पी0 अम्बेश सहित चिकित्सा विशेषज्ञ एवं चिकित्सकगण उपस्थित थे।